अयोध्या ब्यूरो कामता शर्मा
अयोध्या कचहरी में बने बहुमंजिला बिल्डिंग में शुक्रवार को दरारें आ गई। इससे वहां हड़कंप मच गया।
बिल्डिंग के बीचों बीच दरार पड़ने की सूचना मिलते ही उसमें मौजूद अधिवक्ता और मुवक्किल खुद का जीवन संकट में देख बिल्डिंग से निकलकर भागे। घटना को लेकर सभी में काफी नाराजगी है। अधिवक्ताओं का आरोप है कि बिल्डिंग निर्माण में करोड़ों का घोटाला हुआ है।
बताया जाता है कि बहुमंजिला बिल्डिंग और जिम्मेदार विभाग के पदाधिकारियों ने 10 वर्ष पूर्व बिल्डिंग का निर्माण शुरू किया था। जो बीते दस वर्षों तक चला। भवन का उद्घाटन करने के तिथि जब आयी तो आनन-फानन में संस्था ने जल्दी-जल्दी बिल्डिंग बनाकर खड़ी कर दी।
इस दौरान बिल्डिंग निर्माण करवाने वाली कार्यदाई संस्था कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेज के कर्मचारियों ने काफी अनियमितता बरती। अधिवक्ताओं ने कहा कि उत्तर प्रदेश जल निगम यूनिट 44 के अभियंताओं की भी बड़ी लापरवाही रही है।
भवन का उद्घाटन 2022 में हुआ है। इसके एक साल के अंदर ही भवन में दरार आनी शुरू हो गई। अधिवक्ताओं का आरोप है कि भवन निर्माण में नियमों का पालन नहीं किया गया। जिसके चलते भवन पहले से ही बिल्डिंग में कई खामियां थी।
इसके बावजूद भी जल निगम के जिम्मेदार अधिकारियों ने बिल्डिंग को हरी झंडी दे दी। अधिवक्ताओं ने बिल्डिंग निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कार्यदायी संस्था और जिम्मेदार विभाग के अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
बिल्डिंग निर्माण के बाद भी इस पर सवाल उठने लगे थे। इसके बावजूद भी प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। इस बहुमंजिला इमारत में खराब सीढ़ियों के कारण एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है। इसके अलावा कई अधिवक्ता भी गिरकर चोटिल हो चुके है। इमारत के निर्माण होने के बाद से ही यहां लिफ्ट भी आए दिन खराब रहती है।