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गाजीपुर: पिछले तीन सालो से स्थानीय रेलवे स्टेशन पर होने वाली उचक्का गिरी, यात्रियों के सामान चोरी मोबाइल गायब होने के साथ तमाम घिनौनी वारदातों का सरगना आकाश जी आरपी और आरपीएफ पुलिस के इतना करीब था कि एक सिपाही की बुलेट से स्टेशन इलाके मे घूम कर अपने आतंक का साम्राज्य चलाता था और लोगों पर रौब झाडना गिरोह का शगल बन गया अनदेखी का आलम यह कि गिरोह के सदस्यों की संख्या दो दर्जन हो गयी. और आकाश वेडर बन सारी वारदातों की भूमिका तय करता रहा.
तीन साल से स्टेशन व इलाके मे चल रही गिरोह की गतिविधियां
रेलवे स्टेशन परिसर से आये दिन बाईके सायकिल लोगो के बैग गाडियों मे मौजूद यात्रियों का कीमती सामान गायब होता है. आकाश का घर स्टेशन के सामने ही है यह गिरोह वेंडरो व आटो चालको के गठजोड़ से तेजी से पांव पसार लिया. विना परमिट के इस स्टेशन परिसर मे विक्रम व टोटो स्टैंड बना कर हजारों कि वसूली मे भी आकाश की भूमिका है. ब्रह्म मंदिर परिसर के इर्द गिर्द आटो व टोटो का जमावडा लगाकर शराब पीने अपराधिक गतिविधियों को संचालित करने के लिए हो रहे जमावडे को हटाने व विरोध करने से वसूली की मलाई खाने वालो ने पत्रकार पर जानलेवा हमले की घिनौनी नाकामयाब साजिश रच दी.
मदिर व आटो मे बैठकर पीते है शराब बनाते है अपराध की योजना
स्टेशन परिसर मे ब्रह्म मंदिर के अलावा कोई सुरक्षित स्थान नही है शराबी व अपराधी जेबकतरे हेरोइन बाज इसके अंदर बैठकर अपराध की योजना वनाते थे. मंदिर का सुन्दरी करण होने के बाद पत्रकार की ओर से दैनिक सफाई व तमाम सुरक्षा व सुविधा का काम किया. और पत्रकार के अक्सर यहा पहुचने पीड़ितो की मदद से गिरोह व इसके तीमारदार पत्रकार को खतरा मान कर घिनौनी साजिश रचने का काम किया.
बडी वारदात के बाद कही सीमा विवाद मे तो नही उलझी है सुरक्षा एजेंसियां
मंदबुद्धि महिला से ब्रह्म मंदिर मे मौजूद श्रीराम प्रतिमा के सामने कूडा डलवा कर मारपीट का माहौल बनाने फिर मंदिर का दोनो गेट का ताला तोडने के वावजूद पत्रकार की चुप रहने की संजीदगी देख हतप्रभ गिरोह ने आपा खो दिया और इस लिए हमला किया ताकि अपने आकाओ से अपने को बेहतर बता सके.
मामूली विवाद को हवा देकर मंदिर परिसर का तीन बार ताला तोड़ चुके शातिर गिरोह ने प्लेट फार्म नं एक पर स्टेशन अधिक्षक आफिस के पास पत्रकार पर 5 से 15 की संख्या मे हमला किया पीएसी के जवानो की दरियादिली से बडी वारदात होने से रही बावजूद इसके तीसरे दिन भी मामले का स्थिर होना आकाश गैग के रसूख को बयां जरूर कर रहा है.इस मामले मे जीआरपी पुलिस जांच की बात लगातार कर रही है. पत्रकार का कहना है कि जीआरपी की ओर से हर संभव सहयोग का भरोसा दिया गया है. एक उपनिरीक्षक लगातार मामले पर निगाह बनाये हुए है.
रेल सुरक्षा एजेंसियां सख्त हुई तो बडे राज उगलेगा गैगेस्टर आकाश
सूत्रो की माने तो जीआरपी व स्थानीय आरपी आरपीएफ की ओर से बढी सक्रियता के बाद आकाश गैग के सभी सदस्य लापता है.इस मामले के व पत्रकार पर किये गये हमले की साजिश धीरे धीरे साफ हो रही है रेल सुरक्षा एजेसीयां एक बडे गिरोह के करीब है आकाश पकडा गया तो सख्ती के बाद साजिश खुल जायेगी इसको लेकर भी जिम्मेदार पहली बार सकते मे है. और जीआरपी ने सख्ती की तो आकाश गैग कई बडी वारदातों का राज उगलेगा.