रिपोर्ट ब्युरो
गोरखपुर। सामाजिक संगठन भारतीय युवा जनकल्याण समिति के संचालक व प्रदेश अध्यक्ष युवा समाजसेवी कुलदीप पाण्डेय ने चैत्र शुक्लपक्ष पूर्णिमा संवत् 2078 दिनाँक 27 अप्रैल दिन मंगलवार को संगठन के केन्द्रीय कार्यालय राजेन्द्र नगर पश्चिमी गोकुलधाम मे श्री हनुमान जी के जन्मोत्सव के पावन पर्व पर पूजन अर्चन कर हनुमान चालिसा व संकटमोचन का पाठ किये. युवा समाजसेवी कुलदीप पाण्डेय ने कोरोना संकट को ध्यान मे रखते हुए कार्यकर्ताओं को आमन्त्रित नही किये तथा अपने अपने आवास पर ही हनुमत जन्मोत्सव मनाने का सुझाव दिये.
इस दौरान भायुजस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप पाण्डेय ने हनुमान जी कि प्रतिमा पर माल्यार्पण व पुष्पअर्पण कर धूप दीप प्रज्वलित किये तथा तिलक चंदन लगाकर पवन पुत्र हनुमान जी को स्मरण किये तथा लड्डू का भोग लगाये.
कुलदीप पाण्डेय ने जनकल्याणार्थ कोरोना वैश्विक महामारी के विनाश हेतु श्री हनुमान चालिसा व संकटमोचन का पाठ कर महाबीर हनुमान जी से प्रार्थना किये.
कुलदीप पाण्डेय ने कहा कि बजरंगबली अष्ट सिद्ध नौ निधि के दाता है जो अजर अमर देवी देवताओं मे से एक है, संकटमोचन हनुमान जी कि आराधना मात्र से जीवन के सभी कष्ट छड़ भर मे दूर हो जाते है. हनुमान जी कि जयंती मनाने वाले हनुमान भक्त गणों का प्रेम संसार मे सर्वत्र देखा जा सकता है. दैत्यों व
अत्याचारियों के संहारक पवन सूत हनुमान जी कोरोना का शिघ्र विनाश कर संसार को कोरोना मुक्त करके जनमानस कि रक्षा करेंगे तथा सभी के काज पूर्ण करने वाले संकटमोचन अपने भक्तों को कभी भी निराश नही करते.!
कुलदीप पाण्डेय ने साथ ही यह भी बताया कि धार्मिक ग्रंथों में कहा गया है कि हनुमान जी के चमत्कारी 12 नामों के स्मरण मात्र से दुखियों के सभी कष्ट समाप्त हो जाते है और समस्त सांसारिक सुखों की प्राप्ति भी होती है। रामाचरित मानस में भी कहा भी गया है कि “कलियुग केवल नाम आधारा” कलयुग मे सिर्फ इनके नाम स्मरण मात्र से ही सभी मनोकामनाओं कि पूर्ति होती है.
सुबह उठते ही इन 12 नामों को जपने वाला दीर्घायु होता है हनुमान, अंजनी सुत, वायु पुत्र महाबल,रामेष्ठ,फाल्गुण सखा ,
पिंगाक्ष,अमित विक्रम, उदधिक्रमण,सीता शोक विनाशन ,लक्ष्मण प्राण दाता, दशग्रीव, दर्पहा
दोपहर को नाम लेने वाला व्यक्ति लक्ष्मीवान यानी धनवान होता है,शाम के समय नाम लेने वाला व्यक्ति पारिवारिक सुखों को प्राप्त करता है और रात को सोते समय नाम लेने वाला व्यक्ति शत्रुओं पर विजय प्राप्त करता है, लगातार नाम जपने वाले व्यक्ति की हनुमान जी महाराज दसों दिशाओं, आकाश और पाताल में भी रक्षा करते हैं।