Breaking News

कुशीनगर हादसे के बाद चारों तरफ मची चीख पुकार से बदहवास पुरुष गांव छोड़कर भागे, जानिए क्या थी वजह

कुशीनगर: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के नौरंगिया गांव में वैवाहिक कार्यक्रम के दौरान, बुधवार देर रात हुए हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई। परमेश्वर कुशवाहा जिनके यहां शादी समारोह का कार्यक्रम चल रहा था, उनके घर के तीन बच्चे समेत एक महिला भी काल के गाल में समा गए। बताया गया कि अंधेरे में चीख-पुकार की आवाजों को जिसने सुना वो सहम उठा। हादसे के बाद परिवार के पुरुष सदस्य डर के मारे गांव छोड़कर फरार हो गए, वहीं महिलाएं सदमें में आ गईं।

 

जब गांव के पुरुष भाग गए
घटना इतनी भयावह थी कि पूरे गांव में कोहराम मच गया। शादी वाले घर में तो चीख-पुकार ही मच गई। गांव से जिला अस्पताल तक हाहाकार मचा रहा। कमिश्नर, डीआईजी, डीएम, एसपी ने मौके पर पहुंचकर राहत-बचाव कार्य की जानकारी ली। साथ ही पीड़ित परिवार को हर संभव मदद दिलाने का भरोसा दिलाया है। हादसे के बाद परिवार के पुरुष सदस्य डर के मारे गांव छोड़कर फरार हो गए, वहीं महिलाएं सदमें में आ गईं। कई महिलाएं हादसे को सुन ही सदमे में आ गईं। रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस जब गांव पहुंची तो गांव के पुरुष फरार थे। उन्हें डर था कि कहीं गांव के लोग आक्रोश में आकर उनके साथ मारपीट न कर दें।

यूपी के कुशीनगर में बड़ा हादसा, कुएं में गिरने से 13 लोगों की मौत

क्या कहा परिवार की महिला सदस्यों ने
परिवार की महिला सदस्यों का कहना है कि उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि स्लैब टूट जाएगा। हालांकि जब लोग उस पर चढ़ रहे थे तो मना भी किया गया जा रहा था कि स्लैब टूट जाएगा। लेकिन डांस देखने के आगे कोई कुछ भी सुनने को तैयार नहीं था।

गहरा है कुुआं
घटना के बारे में मिली जानकारी के मुताबिक, नौरंगिया गांव के स्कूल टोला निवासी परमेश्वर कुशवाहा के बेटे अमित कुशवाहा के विवाह पूर्व, बुधवार देर रात हल्दी की रस्म अदा की जा रही थी। घर से करीब 100 मीटर दूर स्थित कुएं के सामने मटकोड़ (विवाह के पहले की रस्म) का कार्यक्रम चल रहा था। जिस कुएं के पास कार्यक्रम चल रहा था, उसे आरसीसी स्लैब बनाकर बंद किया गया था। रस्म के दौरान बड़ी संख्या में महिला, युवती व बच्चियां कुएं पर बने स्लैब पर जाकर खड़े हो गए। अचानक स्लैब टूट गया और उस पर खड़ी महिला, युवतियां व बच्चियां कुएं में समा गईं। कुआं काफी गहरा है। पानी भी भरा था। इस घटना के बाद चीख-पुकार मच गई।

 

ग्रामीणों की मदद से पुलिस सभी को बाहर निकाला
इस बीच पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से रेस्क्यू कर सबको बाहर निकाला। इसमें डेढ़ घंटे लग गए और तब तक काफी देर हो चुकी थी। 11 घायलों को जिला अस्पताल लाया गया, जहां उनको मृत घोषित कर दिया गया। इधर कोटवा सीएचसी में भर्ती दो बच्चों ने भी दम तोड़ दिया। सीएमएस डा एसके वर्मा ने बताया कि पांच से 25 वर्ष के नौ लोगों की और दो महिलाओं की मौत हो गई है। अन्य घायलों का इलाज चल रहा है।

डीएम एस राजलिंगम व एसपी सचिन्द्र पटेल ने बताया कि दिल दहला देने वाली घटना से सभी स्तब्ध हैं। जांच कराई जा रही है कि घटना में लापरवाही कहां और कैसे हुई।

About IBN NEWS

It's a online news channel.

Check Also

लोकसभा सामान्य निर्वाचन के दृष्टिगत जनपद में आने वाले फोर्स के रूकने की हो समुचित व्यवस्था

जिला निर्वाचन अधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने स्कूलो के प्रबन्धको/प्रधानाचार्यो की बैठककर दिया आवश्यक दिशा …