एक वर्य तक चले किसान आन्दोलन ने सरकार की नहीं चलने दी मनमानी
रिपोर्ट ब्यूरो
गोरखपुर। महानगर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष एवं पूर्व पार्षद हाजी तहव्वर हुसैन ने कहा कि आख़िरकार पीएम को तीनों काला कृषि क़ानून वापस लेने की घोषणा करनी पड़ी। उन्होंने कहा कि यह 700 से ज़्यादा किसानों के बलिदान का नतीजा है। हुसैन ने इसे किसानों की बहुत बड़ी जीत बताते हुए कहा कि किसान अन्नदाता होता है। वह दिन रात मेहनत करके देश को पालता है। ख़ुद भूखा रहकर देश को गौरवान्वित करता है। उन्होंने कहा कि जब तक संसद में तीनों कृषि क़ानून वापस लेने का क़ानून नहीं पास हो जाता है और एमएसपी पर संसद क़ानून नहीं पारित करती है। तब तक आंदोलन जारी रहना चाहिए। हुसैन ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए यह चुनावी जुमला ना साबित हो, इस पर भी गौर करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मोदी जी चारों तरफ़ से नहीं बल्कि पांच तरफ़ से घिर गए हैं। सुप्रीम कोर्ट का चाबुक चल रहा है। खीरी लखीमपुर काण्ड की जांच कोर्ट की निगरानी में हो रही है। अब सुप्रीम कोर्ट पूरे एक्शन में है। उन्होंने कहा कि किसानों ने अपनी क़ुर्बानियां देकर आंदोलन को कामयाब बनाया है। जबकि सरकार ने इस आन्दोलन को कुचलने की पूरी कोशिश की। उन्होंने कहा कि एमएसपी का क़ानून इसी सत्र में पारित होना चाहिए और किसानों की सहमति व भागीदारी व राय मशविरे को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार की हठधर्मिता के कारण हुई किसानों की मौत पर सरकार पीड़ित परिवारों को क्षतिपूर्ति दे तथा परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी प्रदान की जाये।