स्थानीय स्रोतों का प्रयोग एहतियातन बंद कर जल वितरण चम्बल परियोजना से करने के निर्देशः अधिशासी अभियंता पीएचईडी
प्रमोद कुमार गर्ग
भीलवाड़ा, 27 जून। 25 जून को माण्डलगढ कस्बे के किला रोड मोहल्ला से उल्टी दस्त के मरीज आने की मिली सूचना पर पीएचईडी एवं स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने साथ प्रभावित क्षेत्र का सर्वे कार्य किया।
पीएचईडी अधिशाषी अभियंता राजपाल सिंह ने बताया कि सर्वे के दौरान घरो में सुबह की जल वितरण के दौरान संग्रहित जल के 9 स्थानों से जल नमूने लिये गये। इन जल नमूनों को विभागीय प्रयोगशाला में जांच हेतु भिजवाया गया, जिसे सांय 6 बजे परीक्षण हेतु लगा दिया गया। 27 जून को सांय 3.00 बजे तक (45 घण्टे पश्चात) नमूनों की प्राप्त अंतिम रिपोर्ट सही पायी गई और किसी भी जलस्रोत में दूषित जल नहीं पाया गया।
इसके बाद विभागीय प्रयोगशाला द्वारा प्रभावित क्षेत्र का पुनः सर्वे किया गया। इस दौरान मांडलगढ़ जल योजना के जल स्त्रोत 2 खुले कुएं एवं 2 नलकूप के जल नमूने लिये गये। टंकी की सफाई जो जुलाई 2024 में प्रस्तावित थी को भी पुनः सफाई 25 जून को करवा दी गई।
जल स्त्रोतो एवं जलाशयों का सुपर क्लोरिनेशन करवाया
बुधवार को प्रभावित क्षेत्र में प्रातः अधीक्षण अभियन्ता, अधिशाषी अभियन्ता, वरिष्ठ रसायनज्ञ, सहायक अभियन्ता, प्रशासनिक अधिकारी तहसीलदार माण्डलगढ एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम की उपस्थिति में जल वितरण करवाया गया। वितरण से पूर्व जल स्त्रोतो एवं जलाशयों का सुपर क्लोरीनेशन करवाया गया।
बुधवार को लिए गए 9 नमूनों की प्रारंभिक रिपोर्ट संतोषप्रद
बुधवार को जल वितरण के दौरान अवशेष क्लोरीन की जांच की गई एवं 9 घरेलू जल संबंधों से जल नमूने संग्रहित किए गए। टीम की उपस्थिति में जल स्रोतों के जल नमूने पुनः संग्रहित किए गए। स्थानीय स्त्रोतो का प्रयोग एहतियातन बंद कर जल वितरण चम्बल परियोजना से करने के निर्देश दिए गए। सभी जल नमूने प्रयोगशाला में जांच हेतु भिजवाये गए। गुरुवार को सायं 3 बजे तक (24 घण्टे पश्चात) प्रारंभिक रिपोर्ट में सभी जल नमूने संतोषप्रद पाए गए।
गुरुवार को विभिन्न मोहल्लों से 14 जल नमूनें सग्रहित
गुरुवार को पुनः अधीक्षण अभियन्ता, अधिशाषी अभियन्ता, वरिष्ठ रसायनज्ञ एवं सहायक अभियन्ता द्वारा सम्पूर्ण शहर में अपनी उपस्थिति में जल वितरण करवाया गया। सभी जलाशयों में अवशेष क्लोरीन की मात्रा न्यूनतम 3 पी.पी.एम. पाई गई। जल वितरण के दौरान सम्पूर्ण शहर के विभिन्न मोहल्लों से 14 जल नमूने संग्रहित किए। जिनको परीक्षण हेतु जिला प्रयोगशाला लाया गया।
अधिशाषी अभियंता राजपाल सिंह ने बताया कि सहायक अभियन्ता को अगले आदेश तक जलाशयों में 3.0 mg/L अवशेष क्लोरीन रखने एवं जल नमूने नियमित रूप से विभागीय प्रयोगशाला में भिजवाने हेतु निर्देशित किया गया। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त सूचना के अनुसार वर्तमान में स्थिति में सुधार हो रहा है एवं स्थिति नियंत्रण में बताई गई है।
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