Breaking News

विश्व के उत्कृष्ट विश्विद्यालयों का संचालन पुरातन छात्रों के द्वारा: कुलपति

रिपोर्ट योगेश श्रीवास्तव

गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा शनिवार को ऑनलाइन पुरातन छात्र सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस ऑनलाइन सम्मेलन में 1972 में एमए पासआउट डॉ मुकुल अस्थाना तथा 1973 में पासआउट वीरेंद्र बहादुर सिंह, आई.पी.एस एवं पूर्व पुलिस महानिदेशक हरियाणा ने विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कुलपति प्रो० राजेश सिंह जी ने कहा कि आज विश्व की उत्कृष्ट विश्विद्यालयों को उनके पुरातन छात्रों के द्वारा की संचालित किया जा रहा है। इसलिए मेरा यह सदैव प्रयास रहा है कि विभिन्न विभागो से निकले सभी विद्यार्थियों को पुरातन छात्र सम्मेलन के माध्यम से जोड़ा जाय। नैक मूल्यांकन एवं एन.आई.आर.एफ रैंकिंग में एल्युमिनाई से सम्बंधित डाटा की महत्वपूर्ण भूमिका है। ऐसी मीट ही पुरातन छात्रों को अपने विश्विद्यालय से जुड़े रहने का प्लेटफार्म है। प्रत्येक विभाग से 1000 एलुमनाई जोड्ने का लक्ष्य है, जिसे अधिकांश विभागों ने जोड़ने का प्रयास किया है।
कुलपति ने कहा कि क्यू यस रैंकिंग में विश्विद्यालय को देश मे 96वे स्थान मिलने में पुरातन छात्रों का महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने यह भी कहा कि एल्युमिनाई ही किसी संस्था की ताकत होती है। राजनीति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो रूसी राम महानन्दा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कुलपति प्रो राजेश सिंह जी एवं विशिष्ट अतिथियों का स्वागत किया गया। स्वागत भाषण में प्रो महानंदा ने कहा कि
राजनीति शास्त्र विभाग विश्वविद्यालय की स्थापना के साथ ही 1958 से गतिमान हैं। अपनी यात्रा में विभाग ने नित नई ऊंचाई प्राप्त की है। प्रो० रघुबीर सिंह, प्रो० रामकृष्ण मानी जी जैसे शिक्षा वेदों ने इस विभाग की गरिमा को बढ़ाया है। वर्तमान में प्रो० श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी जी अमरकंटक विश्वविद्यालय के कुलपति पद को सुशोभित कर रहे हैं। पूर्व कुलपति, सिद्धार्थ विश्वविद्यालय, कपिलवस्तु प्रो रजनीकान्त पांडे ने कहा कि इस विभाग की गुरुकुल परम्परा अत्यन्त समृद्ध रही है और आज भी यह परम्परा गतिमान है। विभाग के पूर्व छात्र एवं कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि वीरेन्द्र बहादुर सिंह जी ने कहा कि विभाग का पुरातन छात्रों को जोड़ने का यह प्रयास अत्यन्त सराहनीय है। उन्होंने अपने छात्र जीवन की याद करते हुए राजनीति विज्ञान के विद्वान प्रो रघुवीर सिंह एवं प्रो रामकृष्ण मणि त्रिपाठी के साथ जुड़ी अपनी यादों को साझा किया।
उन्होंने कहा की पूर्व से लेकर अभी तक छात्रों के संस्कार में बहुत सारा परिवर्तन आया है। शिक्षक को विषय को पूर्ण रूप से अध्ययन करके ही छात्रों के समक्ष जाना चाहिए। विभाग के पुरातन छात्र मुकुल अस्थाना ने कहा कि एक अध्यापक के रूप में हमारा यह अनुभव है कि विषय के प्रति लगातार उदासीनता बढ़ती जा रही है जिसे दूर करने की आवश्यकता है। विषय के प्रति इस उदासीनता को रचनात्मकता के द्वारा दूर किया जा सकता है। छात्रों की जिज्ञासा को शान्त करने का निरन्तर प्रयास करते रहना चाहिए। पूर्व विभागध्यक्ष, एलुमनाई एवं चेयरमैन जे.यस.पी.एम.टी प्रो गोपाल प्रसाद ने विभाग के एलुमनाई मद में पांच लाख रुपये (प्रत्येक वर्ष 50 हजार रुपये) देने की घोषणा की।
विभाग के पुरातन छात्र डॉ शिवबिहारी पांडे जी में कहा कि विभाग का यह पुरातन सम्मेलन अत्यन्त सराहनीय है। विषय को वास्तविकता के साथ यदि जोड़ा जाय तो उसमें रोचकता लायी जा सकती है। आज हम सभी जो भी छात्र है उसमें विभाग का संस्कार समाविष्ट है। इस विभाग से से हमारी बौद्धिक पहचान है। विषय की पुरातन छात्र डॉक्टर ममता मणि त्रिपाठी जी ने कहा कि यह सम्मेलन विभाग की विकासयात्रा में मील का पत्थर साबित होगा। जी.एस.टी. के सहायक आयुक्त अमित सिंह जी ने कहा कि पूरा विभाग धन्यवाद का पात्र है क्योंकि इससे नये और पुराने बौद्धिक परम्पराओं का आदान प्रदान होगा। पूर्व पुरातन छात्र श्रीकृष्ण सिंह ने कहा कि हम सभी इस विभाग के प्रति कृतज्ञ है की हमको ज्ञानार्जन का अवसर प्राप्त हुआ। संचालन डॉ अमित कुमार उपाध्याय ने एवं आभार ज्ञापन प्रो गोपाल प्रसाद जी ने किया। मीट में प्रो विनीता पाठक, प्रो राजेश सिंह और महेंद्र कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।

About IBN NEWS

Check Also

गाजीपुर: नुसरत के साथ नामांकन स्थल पहुचे सपा उम्मीदवार अफजाल अंसारी नामांकन स्थल

Ibn news Team गाजीपुर गाजीपुर:- निर्धारित तिथि के अनुसार आज अफजाल अंसारी नामांकन स्थल न्यायालय …