रिपोर्ट ब्यूरो
गोरखपुर। हज यात्रियों की मुराद बस पूरी होने ही वाली है। करीब छह माह से चल रही मुकद्दस हज की तैयारियां अब रंग लाने वाली है। हज यात्री लखनऊ हज हाउस के लिए रवाना होने शुरू हो चुके हैं। घर से लखनऊ तक हज यात्रियों को छोड़ने के लिए परिजन, रिश्तेदार, दोस्त व पड़ोसी जुट रहे हैं। हज यात्रियों को फूलमाला पहनाकर मुकद्दस हज यात्रा के लिए रवाना किया जा रहा है। हज यात्रियों से लोग खास दुआ व पैगंबर-ए-आज़म हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के दरबार में सलाम पेश करने की दरख्वास्त करते भी नज़र आ रहे हैं।
दो साल बाद जिले से करीब 144 हज यात्री मुकद्दस हज यात्रा पर जा रहे हैं, जिसमें 18 से लेकर 64 साल उम्र के हज यात्री शामिल हैं। गोला बाजार से मौलाना कुतुबुद्दीन व उनकी पत्नी और इलियास अहमद व उनकी पत्नी हज पर जा रहे हैं। इस मुबारक सफर पर मुसलमानों ने उन्हें नम आंखों से अलविदा कहा और अपने लिए दुआ भी कराई।
वहीं गुरुवार को हज यात्रियों को रवाना करने के मकसद से सेराज अहमद कुरैशी के नेतृत्व में खोखर टोला में महफिल हुई। जिसमें मुफ्ती अख़्तर हुसैन (मुफ्ती-ए-शहर) व नायब काजी मुफ्ती मोहम्मद अजहर शम्सी ने कहा कि हर मुसलमान की ये ख्वाहिश होती है कि वह हज यात्रा पर जाए। हज करते हुए अल्लाह के घर यानी खाना-ए-काबा और पैगंबर-ए-आज़म हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के रौजा-ए-मुबारक की जियारत करे। यही दुआ है कि अल्लाह सभी हज यात्रियों का सफर आसान फरमाकर हज कबूल फरमाए। हज दीन-ए-इस्लाम का आखिरी फरीजा है। जिसे अल्लाह ने सन् 9 हिजरी में फ़र्ज़ फरमाया। जो मालदारों पर फ़र्ज़ है और वह भी ज़िंदगी में सिर्फ एक बार।
अंत में सलातो सलाम पढ़कर अमन, खैर व बरकत की दुआ मांगी गई। महफिल में मुख्तार अहमद कुरैशी, हाफिज नजरे आलम, मो. आज़म, नवेद आलम, परवेज आलम, रफी अहमद अंसारी, जुबैदा खातून, नूरुन निसा, मोईन सिद्दीकी, इरफान सिद्दीकी, डॉ. अतीक अहमद, डॉ. एम आज़ाद, डॉ. जमालुद्दीन कुरैशी, डॉ. शकील अहमद, सुभाष गुप्ता, अंशुल वर्मा, उजैर अहमद, मो. इस्माइल आदि ने शिरकत की।
हज यात्री मांगेंगे हिन्दुस्तान में तरक्की, अमन व भाईचारगी की दुआ
जुबैदा खातून ने कहा कि यह मेरी खुशनसीबी है कि अल्लाह और रसूल ने मुझे हज के लिए चुना। बस जल्द ही मक्का व मदीना शरीफ़ पहुंचने का तमन्ना है। इबादत कर खूब दुआएं मांगनी है मुल्क, परिवार के लिए। हज के तुफैल मक्का व मदीना शरीफ में मौजूद तमाम पवित्र स्थानों को देखने व जानने का मौका भी मिलेगा।
गाजी रौज़ा के रहने वाले मुख्तार अहमद कुरैशी ने कहा कि मक्का व मदीना शरीफ़ की यात्रा नसीब वालों को ही मिलती है। हज करके हिन्दुस्तान की खुशहाली, अमन शांति और भाईचारगी की दुआ मांगनी है। दीन और दुनिया संवर गई तो ज़िंदगी कामयाब हो गई।
मौलाना कुतुबुद्दीन कहते हैं कि दिल बहुत खुश है। हर मुसलमान की एक ही तो ख्वाहिश है कि काबा शरीफ व गुंबदे खजरा का दीदार करे। अल्लाह का करम हो गया हम मक्का और मदीने चले। सभी मुसलमानों की बस एक ही धुन है कि मक्का व मदीना शरीफ में इबादत करके मुकद्दर संवारने की दुआ मांगनी है। हज के दौरान खूब इबादत कर अपने मुल्क में अमनो सलामती की दुआ करुंगा।