प्रदेश में जनपद गोरखपुर प्रथम,गोरखपुर में सदर तहसील प्रथम स्थान प्राप्त किया
रिपोर्ट ब्यूरो
गोरखपुर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में राष्ट्रीय लोक अदालत (ई-लोक अदालत) का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन जनपद न्यायाधीश दुर्ग नरायन सिंह द्वारा नई मीटिंग हाल में किया गया। लोक अदालत में कुल 79191 वादों में से कुल 68797 वादों का निस्तारण सुलह समझौते के आधार पर निस्तारण किया गया राजस्व व अन्य प्राकृति की कुल 55016 वादों का निस्तारण किया गया जिसमें सदर तहसील के 12770 मामलों का निस्तारण करते हुए जनपद में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर सदर तहसीलदार डॉक्टर संजीव दीक्षित को जनपद न्यायाधीश दुर्ग नारायण सिंह द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करते हुये ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/ एसडीएम सदर कुलदीप मीना व सदर तहसीलदार डॉक्टर संजीव दिक्षित के नेतृत्व में तहसील सदर के समस्त कर्मचारी बेहतर कार्य करते हुए राजस्व व अन्य प्राकृति के कुल 55016 वादों में से सदर तहसील ने अकेले 12770 राजस्व व अन्य प्राकृति वादों का निस्तारण कर बेहतर कार्य करने पर सदर तहसीलदार डॉ संजीव दिक्षित को प्रशस्ति पत्र देते हुए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट /एस डी एम सदर कुलदीप मीना की सराहना की। राष्ट्रीय लोक अदालत में गोरखपुर जनपद प्रदेश में 68797 वादों का सुलह समझौते के आधार पर निस्तारण करने में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
यह जानकारी जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव देवेंद्र कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि इस लोक अदालत में जनपद न्यायाधीश द्वारा कुल 16 वादों का निस्तारण किया गया। मोटर दुर्घटना प्रतिकर से संबंधित कुल 145 वादों का निस्तारण कर कुल 4,41,72,692 रुपया प्रतिकर एवार्ड दिलाया गया। समस्त पारिवारिक न्यायालयों द्वारा कुल 38 वाद का निस्तारण किया गया। राजस्व व अन्य प्राकृति के कुल 55016 वादों का निस्तारण किया गया।वहीं 11877 आपराधिक वादों का निस्तारण कर कुल 3,78,985 रुपया अर्थदंड वसूल किया गया। साथ ही साथ विभिन्न बैंकों, कंपनियों एवं भारत दूर संचार निगम से संबंधित 878 वादों का निस्तारण कर 69,41,439 रुपया समझौता धनराशि वसूल की गई।