शराब कारोबार छोड़ने वाले को बिहार सरकार का वैकल्पिक रोजगार योजना चालू
बिहार सरकार ने शराबबंदी कानून के विरुद्ध हो काम करने वाले तथा रोजगार चलाने वाले जो शराब का कारोबार अभी तक कर रहे हैं उनके लिए सतत जीवकोपार्जन योजना के द्वारा वैकल्पिक रोजगार देने की व्यवस्था की है। बिहार सरकार के माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराब कारोबारियों को शराब बेचने से छोड़ने के लिए वैकल्पिक रोजगार योजना सतत जीविकोपार्जन योजना का शुभारंभ किया है इस योजना से उन लोगों को वैकल्पिक रोजगार से जोड़ा जाएगा जिन्होंने शराब बेचना या शराब का कारोबार करना छोड़ दिया है |
इनकी रोटी रोजी के लिए सरकार ने इस योजना को लागू किया है जिसके माध्यम से इन लोगों को ₹7000 से ₹100000 तक की आर्थिक मदद दी जाएगी इसके अलावा इन शराब नहीं बेचने वाले कारोबारियों को कारोबार चलाने के लिए आर्थिक रुप से मदद करने के लिए प्रतिमा ₹1000 किधर से 7 महीने तक इनको कारोबार करने में मदद दी जाएगी जिससे इनको परिवार चलाने के लिए रोटी रोजी का इंतजाम हो जाएगा तब जाकर यह वैकल्पिक रोजगार योजना के अंतर्गत अपनी रोजगार चलाने में सक्षम हो जाएंगे इन को सक्षम बनाने के लिए सरकार ने जो आर्थिक मदद की घोषणा की है |
इससे इन लोगों को शराब बेचने की आदत छूट जाएगी तथा अपना व्यवसाय करने में लग जाएंगे। जब शराबबंदी कानून के अंतर्गत बहुत से प्रावधानों को शिथिल करते हुए सजा में छूट दी गई है। बिहार सरकार के इस नई योजना , वैकल्पिक रोजगार योजना से शराब नहीं बेचने वालों के लिए यह एक अच्छी खबर है। बिहार सरकार के ग्रामीण विकास विभाग तथा केंद्रीय ग्रामीण विकास विभाग की संयुक्त सचिव नीता केजरीवाल विकास आयुक्त शिशिर कुमार सिन्हा मंत्री श्रवण कुमार सचिव अरविंद चौधरी तथा मुख्यमंत्री के सचिव सतीश चंद्रा मनीष कुमार बर्मा एवं सुधा वर्गीज उपस्थित थे। उपस्थित बैठक में इन सभी नेताओं ने तथा सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री के द्वारा इस योजना को लागू करने से समाज में बुराइयों पर नियंत्रण हो सकेगा।
रिपोर्ट विजय कुमार शर्मा ibn24x7news बिहार