Ibn news Teem लखनऊ
सुभाष चंद्र
लखनऊ 19 दिसम्बर 2023
उत्तर प्रदेश के वस्त्रउद्योग एवं रेशम उद्योग मंत्री श्री राकेश सचान ने कहा कि हथकरघा उद्योग हमारी प्राचीनतम संस्कृति एवं परम्परा से जुड़ा हुआ उद्योग है। बुनकर अपने हुनर के बल पर देश की आर्थिक व्यवस्था समृद्धि करने एवं रोजगार सृजन में अपनी महती भूमिका निभा रहे हैं। हमारा उत्तर प्रदेश सदियों से दस्तकारी एवं बुनकरी में अग्रणी रहा है। उन्होंने आम जनमानस से अपील करते हुए कहा कि हैंडलूम एक्सपो ग्राउण्ड पर अवष्य पधारें और हथकरघा बुनकरों के अनूठे उत्पादों को खरीदकर बुनकरों के मनोबल को बढ़ाये और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में सहयोग करें। उत्तर प्रदेश के वस्त्रउद्योग एवं रेशम उद्योग मंत्री श्री राकेश सचान ने यह बातें अवधशिल्प ग्राम, लखनऊ में आयोजित नेशनल हैण्डलूम एक्सपो (गॉधी बुनकर मेला) के औपचारिक उद्घाटन के अवसर पर कहीं। 29 दिसम्बर 2023 तक चलने वाले नेशनल हैण्डलूम एक्सपो (गॉधी बुनकर मेला) में काफ़ी संख्या में आगन्तुक एवं देश के विभिन्न प्रदेशों के स्टॉल एक्सपो प्रतिदिन अपरान्ह 01.00 बजे से रात्रि 09.00 बजे तक एवं अवकाश के दिनों में मध्यान्ह 12.00 बजे से रात्रि 09.00 बजे तक चलेगी। एक्सपो में कश्मीर की पशमीना शाल एवं कश्मीरी शूट के स्टाल, प्योर काईनी शाल, प्योर कलमकारी शूट, केप साड़ी हैण्डवर्क तथा मुरादाबाद की बेडशीट आदि विभिन्न प्रकार के उत्पाद उपलब्ध है। वस्त्रोद्योग एवं रेशम उद्योग मंत्री ने इस अवसर पर हथकरघा विभाग के माध्यम से हथकरघा बुनकरों हेतु चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डाला, उन्होंने बताया कि हथकरघा उद्योग विकेन्द्रीकृत एवं प्रदूषण रहित उद्योग है। विभाग द्वारा वर्तमान में संचालित हथकरघा बुनकरों को विद्युत दर में छूट की प्रतिपूर्ति योजना में हथकरघा बुनकरों को उनके विद्युत बिलों में प्रतिमाह रू0 328/-की विद्युत छूट डी0बी0टी0 के माध्यम से दी जा रही है। अनुसूचित जाति के हथकरघा एवं पावरलूम बुनकरों को विषेश रूप से लाभान्वित करने के लिए झलकारी बाई हथकरघा एवं पावरलूम विकास योजना (एस0सी0पी0) इसी वित्तीय वर्ष से क्रियान्वित की जा रही है।
इस योजनान्तर्गत अनुसूचित जाति के हथकरघा एवं पावरलूम बुनकरों को लाभान्वित कराने हेतु इस वित्तीय वर्ष हेतु धनराशि रू0 1797.62 लाख (लगभग अठारह करोड़) का बजट प्राविधान किया गया है जिसके सापेक्ष अनुसूचित जाति के 700 हथकरघा/पावरलूम बुनकरों को रू0 9.00 करोड़ का अनुदान डी0बी0टी0 के माध्यम से उनके बैंक खातों में प्रदान किया जा चुका है एवं अवषेश धनराशि से अन्य बुनकरों को अनुदान दिये जाने की प्रक्रिया चल रही है।
वस्त्रउद्योग मंत्री ने कहा कि अनुसूचित जाति के बुनकरों को छोड़कर अन्य हथकरघा एवं पावरलूम बुनकरों को लाभान्वित करने के लिए मुख्यमंत्री हैण्डलूम एवं पावरलूम उद्योग विकास योजना में हथकरघा एवं पावरलूम बुनकरों को बुनाई हेतु अधिकतम दो लूम एवं कार्यशाला निर्माण हेतु सहायता प्रदान की जा रही है जिसमें बुनकरों से लूम की कीमत का न्यूनतम 20 प्रतिशत बुनकर अंश प्राप्त कर उन्हे 80 प्रतिशत अनुदान राज्य सरकार द्वारा प्रदान किया जा रहा है। बुनकर बहबूदी फण्ड से एकत्रित ब्याज की धनराशि से गरीब हथकरघा बुनकरों की पुत्रियों के विवाह हेतु प्रति बुनकर रू0 30,000/- आर्थिक सहयोग देने की व्यवस्था की गई है। प्रदेश के 87 हजार पावरलूम बुनकरों को विद्युत दर में छूट दिये जाने हेतु अटल बिहारी बाजपेई पावरलूम बुनकर विद्युत फ्लैट रेट योजना के लिये इस वित्तीय वर्श में लगभग रू0 3.5 अरब का वित्तीय प्राविधान किया गया है। श्री राकेश सचान ने बताया कि वस्त्रउद्योग क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने एवं प्रदेश में अधिकाधिक रोजगार सृजन करने के उद्देश्य से उ0प्र0 टेक्सटाइल एण्ड गारमेंटिंग पालिसी-2022 में वस्त्र क्षेत्र के निवेशकों एवं नया स्वरोजगार प्रारम्भ करने वाले युवाओं को अनेक वित्तीय सुविधाएं अनुमन्य की गयी है। जिसके लिये रू० 2.0 अरब की बजट व्यवस्था की गयी है। प्रदेश को गारमेंट का हब बनाने हेतु पी0एम0 मित्र योजना के अन्तर्गत मेगा टेक्सटाइल पार्क की स्थापना करायी जायेगी, जिसके लिये जनपद-हरदोई/लखनऊ में भूमि हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग विभाग के नाम करायी जा चुकी है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में पी0एम0 मित्र वस्त्र पार्क की स्थापना सम्बन्धी कार्यो हेतु रू० 4.0 अरब का बजट प्रस्ताव प्रेषित किया गया है।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्री अमित मोहन प्रसाद, आयुक्त एवम निदेशक श्री राजेश कुमार एवं विशेष सचिव श्री शेषमणि पांडे भी उपस्थित रहे।