फरीदाबाद से बी.आर.मुराद की रिपोर्ट
फरीदाबाद:हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा रेनू भाटिया ने कहा कि अपने स्वास्थ्य को लेकर कभी किसी तरह का संकोच नहीं करना चाहिए। यदि कोई समस्या महसूस हो रही हो तो तत्काल चिकित्सकों से संपर्क करना चाहिए। राष्ट्रीय महिला आयोग के सानिध्य में राष्ट्रीय महिला आयोग के सहयोग से
आज एनआईटी-1,बाल भवन में पोषण माह पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा रेनू भाटिया ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्वलित करके किया गया जिसके पश्चात कार्यक्रम में आगनबाड़ी,आशावर्कर और स्कूली छात्राओं को पोषण आहार लेने की शपथ दिलाई गई। हरियाणा महिला आयोग की चेयर पर्सन रेनू भाटिया ने बताया कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा सरकार की हिदायतों के अनुसार पूरे सितंबर 2023 में छठा राष्ट्रीय पोषण माह मनाया जा रहा है।
इस वर्ष,इसका उद्देश्य जीवन-चक्र दृष्टिकोण के माध्यम से कुपोषण से व्यापक रूप से निपटना है,जो मिशन पोषण 2.0 की आधारशिला है। आज कल की मॉडर्न लाइफ स्टाइल में हम जंक फ़ूड का ज्यादा सेवन कर रहे है। ऐसे में सही रूप से खानपान न होने की सिथिति में अपने स्वास्थ्य को ठीक कैसे रखा जाए ताकि आगे चलकर वो एक स्वस्थ महिला के रूप में अपने कार्य को कर पाए और अपने परिवार का ध्यान भी रख सके इसके लिए आज आंगनबाड़ी,आशावर्कर और स्कूली छात्राओं को सही खानपान के लिए जागरूक किया।
उन्होंने कहाकि पोषण माह के तहत विभाग द्वारा अभियान के तहत चलाई जा रही गतिविधियों से कुपोषण के शिकार बच्चे व महिलाओं में जागृति आएगी और वे अपनी खुराक की ओर पूरा ध्यान देंगे। ताकि जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित रहें। उन्होंने कहा कि यदि बच्चे संतुलित पोषाहार लेने के प्रति जागरूक होंगे तो निश्चित तौर पर ही वे इसकी जानकारी अपने परिवार में सांझा करेंगे जिससे परिवार के अन्य सदस्य भी प्रेरित होंगे। जिस प्रकार एक मां अपने बच्चों के स्वास्थ्य और खानपान का ध्यान रखती है उसकी प्रकार उसे स्वयं अपने खानपान और स्वास्थ्य का ध्यान रखना जरुरी है क्यों कि अपने परिवार की सही देखभाल के लिए पहले खुद स्वस्थ होना जरुरी है।
उन्होंने बच्चों को फास्ट फूड तथा कोल्ड ड्रिंक से दूर रहने तथा फास्ट फ़ूड सेवन से होने वाले नुकसान के बारे में भी बताया। हरियाणा प्रदेश आईएमए की प्रधान डॉ.पुनिता हसीजा ने कहाकि पोषित भारत,सशक्त भारत, साक्षर भारत तभी होगा जब देश की सभी महिलाएं पूर्ण रूप से स्वस्थ होंगी।
स्वस्थ आहार का पालन करने का सबसे आसान तरीका संतुलित आहार खाना है जो किसी व्यक्ति की सभी पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करता है। मनुष्य को स्वस्थ रहने के लिए एक निश्चित मात्रा में पोषक तत्वों और कैलोरी की आवश्यकता होती है।
एक संतुलित आहार अनुशंसित दैनिक कैलोरी गिनती को पार किए बिना एक व्यक्ति को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है। उन्होंने महिलाओं से आह्वान किया कि वे अपने परिवार की बेहतर परवरिश करने सहित उनके खाने पीने व अन्य मोटे अनाज का सेवन करें। बच्चों और किशोरों में कुपोषण खत्म करने में मोटे अनाज का सेवन काफी मददगार होता है क्योंकि इससे प्रतिरक्षा और स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है।
महिला विशेषज्ञ डाक्टर महिमा ने कैम्प में उपस्थित महिलाओं को गर्भवती महिलाओं के खाने पीने,स्वच्छ रहने और खुराक सम्बन्धित मिनरल की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। इस अवसर पर जिला बाल कल्याण अधिकारी एस एल खत्री,सीडीपीओ सुरेखा देवी,आगनबाड़ी और आशावर्कर सहित स्कूली छात्राएं मौजूद रही।