स.च.कालेज पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष प्र छात्रनेता अमन तिवारी के नेतृत्व में नौजवानों की एक बैठक आयोजित की गयी थी जिसको सम्बोधित करते हुए अमन तिवारी ने कहा कि देश में बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है। बेरोजगारों को ठोस जिंदगी जीने के लिए सरकारों के पास कोई स्पष्ट नीति नहीं है। छात्र आंदोलन नहीं होने से उच्च शिक्षित बेरोजगार डिप्रेशन का शिकार होते जा रहे हैं। अधिकारी सरकार को आंकड़ा रोजगार का दिखा देते हैं जबकि एनजीओ में बिना रिश्वत एक भी भर्ती नहीं की जा रही है। तनख्वाह में भी आधा ले लिया जाता है। कहा कि सरकारों ने छात्र आंदोलनों को कुचलने के लिए लिंगदोह कमेटी का जो चाबुक चलाया है, उससे छात्र आंदोलन की कमर टूट गई है। विश्वविद्यालयों में चुनाव नहीं हो रहा है। इसका सीधा असर हुआ कि सरकारें मनमानी और नौजवानों के साथ बहुत संवेदनहीनता के साथ व्यवहार कर रही हैं।इस मौके पर आनन्द पांडेय,सियाराम प्रजापति,रतन पांडेय,गोविंद सिंह,गोपाल पांडेय,अंकित पांडेय,नवीन तिवारी, अरविंद सिंह, आदित्य राय, आदि उपस्थित रहे।
