फरीदाबाद से बी.आर.मुराद की रिपोर्ट
फरीदाबाद: रमजान महीना शुरू हो चुका है इस्लाम में इस महीने को काफी पवित्र माना गया है। इस महीने में इस्लाम को मानने वाले लोग खुदा की इबादत करते हैं। इस दौरान करीब एक माह के रोजे रखे जाते हैं ईद का चांद दिखने के बाद रोजे समाप्त हो जाते हैं और ईद-उल-फितर का पर्व मनाकर रमजान के महीने को विदा किया जाता है ये माह आत्म संयम,अनुशासन,इबादत,और आपसी भाईचारा कायम करने का महीना है।
कहा जाता है कि इस महीने में अल्लाह जन्नत के दरवाजे खोल देते हैं,इसलिए इस महीने में अधिक से अधिक नेक काम किए जाते हैं। रमजान के महीने में रोजेदारों को कई नियमों का पालन करना होता है,तभी खुदा उनकी इबादत को कुबूल करते हैं। तो वहीं मौलाना एजाज अहमद ने बताया कि रमजान के दौरान हर मुस्लिम के लिए 5 काम करना बहुत जरूरी बताया है इसमें पहला काम है पांच वक्त की नमाज इस पूरे माह में पांच वक्त की नमाज हर मुस्लिम के लिए बहुत जरूरी बताई गई है। रजमान के पवित्र महीने में ईद से पहले जकात यानी दान बेहद जरूरी बताया गया है.
जकात में अपने साल भर की कमाई का 2.5 फीसदी हिस्सा जरूरतमंदों को दान करना होता है.आपके घर में जो भी कमाता है,उसे परिवार की तरफ से जकात करना चाहिए। अगर पांच लोगों में से चार कमाते हैं,तो चारों को जकात करना चाहिए.माना जाता है कि जकात के बगैर अल्लाह इबादत कुबूल नहीं करते हैं। तो वहीं हाफिज मोहम्मद रफीक सैफी ने बताया कि रमजान माह सभी मुसलमानों को कुरान शरीफ पढ़ना चाहिए और पांचों वक्त की नमाज अदा करना चाहिए जकात यानी दान करना चाहिए इससे अल्लाह पाक खुश होते हैं।