जिलाधिकारी ने जिले में 50 लाख से अधिक की निर्माणाधीन परियोजनाओं (सड़कों को छोड़कर) की प्रगति की समीक्षा की। सभी सम्बन्धित निर्माण एजेंसियों से उनके कार्य सम्बन्धी जानकारी ली। कहा कि केाई भी कार्य बंद नहीं रहना चाहिए। हर कार्य समयसीमा के अंदर पूरे हों। निर्माण एजेंसी पैक्सफेड व उप्र पर्यटन विकास लिमिटेड के कार्यों पर असंतोष जताते हुए डीएसटीओ को निर्देश दिया कि इनके एमडी के यहां मेरी ओर से पत्र भिजवाएं।
जिलाधिकारी ने कहा कि जिस विभाग का निर्माण कार्य हो रहा है, सम्बन्धित अधिकारी भी उसे देखते रहें। अगर कार्य की गुणवत्ता खराब होने की सम्भावना लगती हो तो अवगत कराएं। सभी निर्माण एजेसियों के अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी हाल में निर्माण की गुणवत्ता की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। जो कार्य पूरे हो गये हों या पूरा होने के कगार पर हों, उसे हैण्डओवर कराने की कार्यवाही की जाए।