विभिन्न प्रतिष्ठानों से 10 बाल श्रमिक मुक्त करवाए गए
(प्रमोद कुमार गर्ग)
भीलवाड़ा, 21 नवंबर। जिला कलेक्टर नमित मेहता के निर्देशानुसार बाल श्रम उन्मूलन के लिए राज्य सरकार द्वारा जारी एसओपी के तहत जिले में बाल श्रम मुक्त करने के लिए बाल अधिकारिता विभाग, श्रम विभाग, मानव तस्करी विरोधी इकाई, प्रताप नगर पुलिस स्टेशन एवं चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 ने संयुक्त रूप से रेस्क्यू ऑपरेशन किया।
इस ऑपरेशन में 15 प्रतिष्ठानों पर जांच कार्यवाही की गई और 6 प्रतिष्ठानों से 10 बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया गया। मुक्त करवाए गए बाल श्रमिकों में जे बी एन कच्ची घानी से 2, श्री देव ऑटो रिपेयर से 2, बालाजी कार वाश से 3, वीर तेजा ऑटो रिपेयर से 1, भेरू नाथ कार डेकोर से 1 और एमआरएफ टायर से 1 बाल श्रमिक शामिल हैं। बाल श्रमिकों को बाल कल्याण समिति अध्यक्ष चंद्रकला ओझा, सदस्य विनोद राव के समक्ष प्रस्तुत किया गया। और उन्हें आश्रय गृह में रखवाया गया। इसके अलावा, महालक्ष्मी गजक भंडार आरजिया, पालड़ी में स्थित चद्दर फैक्ट्री एवं चारभुजा सर्विस सेंटर पर कार्यवाही करते हुए बाल श्रमिक नहीं रखने हेतु पाबंद किया गया।
रेस्क्यू ऑपरेशन में श्रम विभाग के श्रम निरीक्षक मधुबाला जाट, आशीष यादव, शिव प्रसाद, मनीष शर्मा, मानव तस्करी विरोधी इकाई के प्रभारी बाबू लाल, हेड कास्टेबल मुकेश कुमार एवं सलीम मोहम्मद, चाइल्ड हेल्पलाइन से हेमंत सिंह सिसोदिया, निर्मला पुरोहित, राधेश्याम गुर्जर, राजेश कुमार, शिवराज खटीक, अरविंद वर्मा , प्रताप नगर पुलिस स्टेशन के बाल कल्याण अधिकारी उदय लाल एवं प्रताप नगर पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।
बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक मोहम्मद अशफाक खान ने बताया कि मुक्त करवाए गए बाल श्रमिकों के देखरेख एवं संरक्षण हेतु एवं प्रतिष्ठानों के मालिक के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही करने हेतु विस्तृत जांच की जा रही है।
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