वैज्ञानिक प्रोजेक्ट्स और इनोवेशन देखकर विद्यार्थियों को दी शाबाशी
पीएचईडी के अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक
कार्यों को गुणवत्ता के साथ निर्धारित समयावधि में पूर्ण करने के दिए निर्देश
भीलवाड़ा, 21 नवंबर। जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री श्री कन्हैया लाल ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के सपने को सभी बाल वैज्ञानिक एवं युवा साकार करें।
यह बात उन्होंने राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उदयपुर द्वारा आयोजित 57 वीं राज्य स्तरीय विज्ञान एवं गणित पर्यावरण प्रदर्शनी 2024-25 के समापन समारोह में कही, जो पीएम श्री राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मांडल में आयोजित किया गया था। उन्होंने कहा कि नन्हे मुन्ने बाल वैज्ञानिकों को मार्गदर्शन देने में अध्यापकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
प्रदर्शनी में विद्यार्थियों ने अपने वैज्ञानिक प्रोजेक्ट्स और इनोवेशन्स प्रदर्शित किए, जिन्हें देखकर मंत्री श्री चौधरी काफी प्रभावित हुए। पीएचईडी मंत्री ने बताया कि यह प्रदर्शनी विद्यार्थियों को अपने वैज्ञानिक ज्ञान और कौशल को प्रदर्शित करने का एक मंच प्रदान करती है। इस प्रदर्शनी से विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच और अन्वेषण की आदत विकसित होगी ताकि वे अपने आसपास के वातावरण में विज्ञान की उपस्थिति का अनुभव कर सकें।
उन्होंने कहा कि देश के नवनिर्माण में शिक्षक की विशेष भूमिका होती है। आजकल के बच्चें गलत दिशा में नहीं जाए, इसके लिए आज नई पीढ़ी के लिए चरित्र निर्माण की सबसे ज्यादा आवश्यकता है। बालक की चरित्र निर्माण की प्रारंभिक पाठशाला घर के साथ विद्यालय भी हैं। इस अवसर पर उन्होंने बाल वैज्ञानिकों को उनकी उपलब्धियों के लिए बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
मांडल विधायक उदय लाल भडाणा ने कहा कि विकसित भारत के सपने को साकार करने में बाल वैज्ञानिकों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। उन्होंने कहा कि मांडल विधानसभा क्षेत्र के किसी भी राजकीय विद्यालय में किसी भी प्रकार की आधारभूत सुविधाओं एवं विकास कार्यों की कोई कमी नहीं रहेगी।
विद्यालय के प्रधानाचार्य विनीत कुमार शर्मा ने सभी का स्वागत करते हुए चार दिवसीय राज्य स्तरीय प्रतियोगिता की जानकारी दी। आयोजन सचिव डॉ पदम पाराशर ने चार दिवसीय प्रदर्शनी का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। अन्य अतिथियों ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम बाल वैज्ञानिकों को तराशने का माध्यम है अतः जिन प्रतिभागीयों ने प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया है वे वास्तव में बधाई के पात्र हैं लेकिन जिन्होंने इसमें भाग लिया है वह भी बधाई के पात्र हैं कि आज वह राज्य स्तर की इस प्रतियोगिता तक पहुंच पाए हैं। राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के अतिरिक्त निदेशक कैलाश चंद्र तेली ने विजेताओं की घोषणा की।
अतिथियों ने सभी विजेता प्रतिभागियों में प्रथम को 2500 रू नगद एवं प्रशस्ति पत्र जबकि द्वितीय को 1500 रू नगद एवं प्रशस्ति पत्र व तृतीय को 1000 रू नगद व प्रशस्ति पत्र पुरस्कार स्वरूप मंचासीन अतिथियों द्वारा दिए गए। कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी मनमोहक प्रस्तुतियां दी गई।
समापन समारोह में उपखंड अधिकारी सीएल शर्मा, जनप्रतिनिधि प्रशांत मेवाड़ा, रूबी देवी कन्या महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ ज्योति वर्मा, ओम भंडिया, सरपंच देवलाल जाट, मुरलीधर जोशी, हेमेंद्र सिंह, लादू लाल, परमेश्वर लोहार, लालकृष्ण सेन, इमरान मंसूरी, नारायण लाल लाड्ढा,रमेश लड्ढा,अनिल झंवर, किशन सोनी समेत कई उपस्थित थे।
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग मंत्री श्री कन्हैयालाल ने विभागीय अधिकारियों के साथ ली समीक्षा बैठक
(प्रमोद कुमार गर्ग)
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग मंत्री श्री कन्हैयालाल ने सर्किट हाऊस में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक ली। बैठक में विभाग की वर्तमान गतिविधियों, जल जीवन मिशन, अमृत 2 सहित विभागीय योजनाओं और परियोजनाओं की विस्तृत समीक्षा की गई।
इस अवसर पर सांसद श्री दामोदर अग्रवाल, माण्डल विधायक उदयलाल भडाना, जनप्रतिनिधि प्रशांत मेवाड़ा सहित पीएचईडी के अधिकारी मौजूद रहें।
पीएचईडी मंत्री श्री कन्हैयालाल ने कहा कि राज्य सरकार पेयजल से जुड़ी हर समस्या के समाधान के लिए तत्पर है। प्रदेश में जनता को पानी के लिए परेशान नहीं होने दिया जाएगा। मंत्री श्री कन्हैयालाल ने कहा कि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग का उद्देश्य स्वच्छ पेयजल, स्वच्छता और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। हमारा लक्ष्य राज्य के नागरिकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करना है और उनके जीवन को सुधारना है। हमें अपने कार्यों में और अधिक प्रभावी ढंग से काम करना होगा और नई तकनीकों का उपयोग करना होगा।
बैठक में विभाग के अधिकारियों ने विभाग की वर्तमान गतिविधियों और जल जीवन मिशन, अमृत-2 सहित अन्य विभागीय योजनाओं की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। मंत्री श्री कन्हैयालाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने कार्यों को और अधिक प्रभावी ढंग से करें और राज्य के नागरिकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करें। उन्होंने कार्यों में और अधिक पारदर्शिता और जवाबदेही लाने साथ ही जेजेएम कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री ने कहा कि हर घर पानी पहुंचाने के लिए जल जीवन मिशन के तहत प्राप्त लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए शेष लक्ष्यों को किस प्रकार जल्दी से पूरा किया जा सकता है इसलिए अधिकारियों के साथ बैठक की गई है।
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