फरीदाबाद से बी.आर.मुराद की रिपोर्ट
फरीदाबाद:गांव बड़खल में गत दिवस नगर निगम द्वारा स्पेशल टारगेट बनाकर की गई तोड़फोड़ के विरोध में सोमवार को कांग्रेसी नेता एवं बड़ख विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी रहे विजय प्रताप सिंह गांव बड़खल पहुंचे और निगम प्रशासन व प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर बरसे।
उन्होंने कहा कि दो दिन पूर्व नगर निगम प्रशासन ने बड़खल गांव में जो तोड़फोड़ की वह पिक एण्ड चूस की नीति के तहत की गई है। इस तोड़फोड़ की कार्यवाही को पूरी तरह से गलत बताते हुए उन्होंने कहा कि अगर किसी का मकान गलत जगह पर बना है,तो निश्चित रूप से निगम प्रशासन को उसे साफ करना चाहिए,मगर,लोगों को नोटिस तो देना चाहिए। उनके संज्ञान में लाना चाहिए।
ताकि वह अपना सामान तो घर से बाहर निकाल लें। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की छोटी सोच को यह कार्यवाही दर्शाती है और केवल लोगों में दहशत बनाने के लिए यह कार्यवाही की गई है। उन्होंने कहा कि सरकार का काम होता है,लोगों को सुविधाएं देना।
पिछले 10 दिन से भी अधिक समय से बड़खल निवासी अपनी सड़क,सीवर व पानी की समस्या को लेकर रोड पर बैठे हुए हैं और ऐसा ही हाल भांखरी गांव का है। मगर,निगम लोगों को सुविधाएं तो दे नहीं पा रहा,बल्कि उनको उजाड़ने का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि जो ग्रामीण धरने पर बैठे हैं,उस धरने को डाइवर्ट करने के लिए यह कार्यवाही की गई है। विजय प्रताप ने कहा कि जो अन्याय ये लोगों के साथ कर रहे हैं,वो सब मेरी नजर में और प्रदेश में कांग्रेस सरकार आने के बाद सबको न्याय दिलाया जाएगा। विजय प्रताप ने कहा कि भाजपा नेता अपने अंदर झांकें और मैं भगवान से यही विनती करूंगा कि इनको सद्बुद्धि दें। लोगों के साथ इस तरह की कार्यवाही न करें जैसे दुश्मनों के साथ कर रहे हों।
उन्होंने कहा कि नगर निगम प्रशासन ने नाले की सफाई का बहाना बनाकर मकानों पर कार्यवाही की,मगर सफाई तो यहां आज भी दिखाई नहीं दे रही है। इससे साफ जाहिर होता है,भाजपा सरकार केवल लोगों में भय का माहौल पैदा करना चाहती है। इस अवसर पर विजय प्रताप ने ग्रामीणों को दिलासा दी और कहा कि सरकार आने पर उनको न्याय दिलाया जाएगा। बड़खल गांव की जो खोई हुई रौनक है,उसको लौटाया जाएगा।
आज पूरा गांव मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहा है,मगर सरकार का उस तरफ कोई ध्यान नहीं है। इस मौके पर उनके साथ बड़खल गांव के इस्माईल,अता खान,राज कुमार गौड,बल्लू,अज्जू,इमरान खान,संजय खान आदि मौजूद रहे।