रिपोर्ट ब्यूरो गोरखपुर
गोरखपुर। सीआरसी गोरखपुर में एडवांसेज इन मैनेजमेंट ऑफ पर्सन विद हियरिंग इंपेयरमेंट विषय पर तीन दिवसीय सी आर ई कार्यशाला संपन्न हो गई। रिसोर्स पर्सन के रूप में राजीव रंजन, डॉ संतोष कुमार, रवि शंकर कुमार, श्रीमती अंकिता कुमारी ने अपने विशेषज्ञ विचार व्यक्त किए। अपनी बात रखते हुए वक्ता गण ने कहा कि आज श्रवण बायता के क्षेत्र में तकनीकी एडवांस हो गई है जिसकी वजह से श्रवण बाधित बच्चों की अच्छी तरीके से जांच करके उनका प्रबंधन किया जा सकता है। एक अन्य कार्यक्रम में कोविड-19 की तीसरी लहर बीच उपजी चिंता के प्रबंधन हेतु ऑनलाइन वेबीनार की ई-परामर्श श्रृंखला 161 का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रमुख वक्ता के रूप में डॉक्टर वर्तिका सिंह ने कोविड-19 की तीसरी लहर से उपजी चिंता के प्रबंधन के लिए अलग-अलग परिप्रेक्ष्य पर अपने विचार व्यक्त किए। अपना विचार व्यक्त करते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि कोविड-19 की इस लहर के दौरान भी हमें विशेष सावधानी की जरूरत है तथा सकारात्मक सोच के साथ कोविड-19 व्यवहार का पालन करते हुए अपनी दिनचर्या को बनाना है। सीआरसी गोरखपुर के सहायक प्राध्यापक श्री राजेश कुमार ने मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास हेल्पलाइन किरण के बारे में विस्तार से चर्चा किया। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान के निदेशक डॉ हिमांग्शु दास के निर्देशन में संपन्न हुआ। सीआरसी गोरखपुर के रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर श्री रवि कुमार ने दोनों कार्यक्रमों में सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। श्री रॉबिन, श्री नागेंद्र पांडेय, श्री राजेश कुमार यादव व अरविंद पांडेय ने कार्यक्रम में अपना सहयोग दिया। दोनों कार्यक्रमों में ऑनलाइन माध्यम से 200 से ज्यादा लोगों ने प्रतिभाग किया।