रिपोर्ट ब्यूरो
गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय पर कोई वित्तीय संकट नहीं मंडरा रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन अपने संसाधनों से फण्ड जेनरेट करने के लिए स्ववित्तपोषित रोजगारपरक कार्यक्रमों को संचालित करने जा रहा है। विश्विद्यालय द्वारा बीएससी एजी, बीएससी बायो समेत 63 नए रोजगार परक कोर्सेज की शुरुआत की है। जो बड़ी तेजी से विद्यार्थियों के बीच लोकप्रिय हुआ है। 31 केंद्र शासित और राज्यों से 80 हज़ार से अधिक अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया है। इन कार्यक्रमों के लिए प्रवेश की प्रक्रिया पूरी की जा रही है।
प्रभारी वित्त अधिकारी प्रो अजय सिंह ने कहा कि सभी शिक्षकों और कर्मचारियों को वेतन का भुगतान एक सप्ताह पहले ही किया गया है। दो महीने से विश्विद्यालय अपने ही संसाधन से वेतन भुगतान कर रहा है। राज्य सरकार द्वारा सभी विश्वविद्यालयों को नियमित प्रक्रिया के तहत एक पत्र जारी किया गया है।
अभी सरकार से वित्तीय मामलों पर चर्चा चल रही है। विश्वविद्यालय में संचालित किसी भी योजना पर कोई वित्तीय संकट नहीं है। जिस वजह से विश्वविद्यालय प्रशासन को अपनी वर्षों पुरानी जमा 52.98 करोड़ की एफडी को तोड़ना पड़े और न ही सरकार ने ऐसा कोई निर्देश दिया है। सरकार द्वारा विश्वविद्यालयो को अपने फण्ड की व्यवस्था करने के लिए हमेशा प्रेरित किया जाता है।