फरीदाबाद से बी.आर.मुराद की रिपोर्ट
फरीदाबाद:पिछले 20 सालों से कांग्रेस के कर्मठ सिपाही के तौर पर पार्टी की सेवा में समर्पित पूर्व विधायक ललित नागर का तिगांव विधानसभा क्षेत्र से टिकट काटे जाने पर क्षेत्र के लोगों में गहरा रोष व्याप्त है।
गुरुवार को खेड़ी रोड़ स्थित रंगोली गार्डन में समूचे तिगांव क्षेत्र के कोने-कोने से पंच-सरपंचों व मौजिज लोगों ने एक बड़ी पंचायत का आयोजन किया और कांग्रेस पार्टी के इस निर्णय की कड़े शब्दों में निंदा की।
पंचायत में सभी वक्ताओं ने कांग्रेस के टिकट वितरण पर सवाल उठाए और कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व के निर्णय का खुलकर विरोध किया। पंचायत में माहौल उस समय भाव-विभोर हो गया,जब पूर्व विधायक ललित नागर समर्थकों के बीच फूट-फूट कर रोने लगे,उन्होंने कहा कि मेरा क्या कसूर था,जो पार्टी ने मेरे साथ इतनी बड़ी नाइंसाफी की है।
उन्होंने कहा कि जब वह नौजवान थे,तब उन्होंने कांग्रेस पार्टी से अपनी राजनीति की शुरूआत की थी,किसी और राजनैतिक पार्टी की ओर उन्होंने देखा तक नहीं बल्कि सदैव विपक्ष में रहकर लोगों की हक-हकुक की आवाज उठाई और पार्टी का झंडा बुलंद रखा। अब जब मैंने बुढ़ापे के अंदर कदम रखा है और हरियाणा में कांग्रेस की सरकार आ रही थी तो ऐसे वक्त में मेरा टिकट काट दिया गया।
उन्होंने कहा कि पिछले बीस सालों से वह झंडे, होर्डिंगों के माध्यम से पार्टी का प्रचार प्रसार करने में जुटे रहे,पोस्टर लगी दर्जनों गाडिय़ां कई माह से क्षेत्र में प्रचार प्रसार में जुटी है, मैंने तिगांव क्षेत्र के हर घर दस्तक दी,लोगों की समस्याएं जानी इसलिए कि आने वाले समय में कांग्रेस की सरकार बनेगी और मैं जनता का प्रतिनिधि बनकर उनकी समस्याओं का समाधान करवाऊंगा,लेकिन मेरे सभी अरमानों पर पार्टी ने पानी फेर दिया।
नागर ने कहा कि अगर टिकट मेरे से किसी मजबूत उम्मीदवार को दी जाती तो मैं कतई विरोध नहीं करता,लेकिन टिकट वितरण में पैसों का खेल हुआ है और ऐसे उम्मीदवार को टिकट दी गई है,जिसके नाम,गांव और शहर को भी लोग नहीं जानते। उन्होंने स्पष्ट कहा कि मेरी राजनीतिक हत्या करने का प्रयास किया गया है,ये सच है आज मैं इतना टूट चुका है कि चुनाव नही लड़ पाऊंगा,चुनाव लड़ोगे आप,मैं आपका चेहरा बन सकता हूं,लेकिन चुनाव आपको लडऩा पड़ेगा।
आज मेरे टांग टूटी पड़ी है,आपको मेरी टांग बनना पड़ेगा,मेरा साथ देना होगा। उन्होंने कहा कि 1977 के बाद ऐसा मौका आ रहा था,जब हमारी सरकार आ रही थी और ललित नागर चुनाव जीत रहा था और सरकार में मंत्री भी बनता,लेकिन मेरे शत्रुओं ने मेरी पीठ पर छुरा घोंपा है।
यह चौरासीपाल की पीठ पर छुरा घोंपा है,तिगांव क्षेत्र के साथ-साथ चौरासीपाल के विकास को रोका गया है। उन्होंने कहा कि पंचायत में मौजूद क्षेत्र की जनता जो आदेश उन्हें देगी,वह उसका अनुसरण करेंगे,पंचायत अगर कहेगी कि बीस साल मेहनत करने के बाद ललित नागर घर बैठ जाओ,तो मैं चुपचाप घर बैठ जाऊंगा।
इस दौरान पंचायत में मौजूद हजारों की संख्या में सभी मौजिज लोगों ने एक स्वर में कहा कि ललित नागर तुम आगे बढ़ो,हम तुम्हारे साथ है। पंचायत ने सर्व सम्मति से ललित नागर को पंचायती उम्मीदवार बनाते हुए चुनावी रण में उतरने का आह्वान किया।
लोगों ने कहा कि तिगांव क्षेत्र की जनता ही आपकी टिकट है और इससे बड़ी कोई टिकट नहीं होती,आप चुनाव लड़ो,जनता आपके कंधे से कंधा मिलाकर हर तरह से आपका समर्थन करेगी।नागर ने यह भी कहा कि मैं आपकी बात को कभी गिरने नहीं दूंंगा और अगर आपने मुझे यहां से जिताकर भेजा तो मैं आपको विश्वास दिलाता हूं चाहे सरकार किसी की भी बने,उस सरकार में शामिल होकर तिगांव क्षेत्र के विकास में कोई कोर कसर बाकि नहीं छोडूंगा।
इसके उपरांत पंचायत के निर्णय का मान सम्मान करते हुए पूर्व विधायक ललित नागर ने हवन-यज्ञ करके अपने समर्थकों के साथ सेक्टर-12 लघु सचिवालय स्थित जिला निर्वाचन कार्यालय में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। उन्होंने कहा कि तिगांव क्षेत्र की समूची जनता स्वयं को ललित नागर मानकर चुनाव लड़ेगी और उन्हें भरोसा है कि जो ज्यादती पार्टी ने उनके साथ की है,जनता उसका करार जवाब देगी।