सरकार को लग रहा है करोड़ों के राजस्व का चूना
अयोध्या ब्यूरो कामता शर्मा
अयोध्या।
अयोध्या-बाराबंकी सीमा पर बालू माफिया का राज चल रहा है। यहां बिना निशानदेही के अवैध रूप से बालू खनन किया जा रहा है। इतना ही नहीं खनन का पट्टा दो गांवों को मिला कर साढ़े बारह बीघे का है लेकिन खनन 28 बीघे में किया जा रहा है। वैसे तो सोहावल और रुदौली तहसीलों समेत बीकापुर में अवैध रूप से बालू और मिट्टी खनन लगातार किया जा रहा है लेकिन बाराबंकी अयोध्या सीमा पर निर्धारित नियमों की अनदेखी की जा रही है।
रुदौली तहसील क्षेत्र के सराय नासिर व बरई में बालू खनन को लेकर ग्राम पंचायत कोयलावर के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि बंटू सिंह ने जिला अधिकारी को शिकायती पत्र भी दिया है। बताया गया कि सराय नासिर व बरई सरयू नदी पांच वर्ष के बालू खनन का पट्टा हुआ है। जिसमें दोनों क्षेत्रों को मिला कर साढ़े बारह बीघा खनन के लिए स्वीकृति दी गई है।
जिस क्षेत्र में खनन हो रहा है वह स्थान दो तहसील के सीमा बॉर्डर का क्षेत्र है। जिसमें तहसील रामसनेहीघाट कोयलावर गांव की जमीन पड़ती है।
जिस नम्बर पर खनन के लिए पट्टा हुआ उस पूरे क्षेत्र में बल्ली लगा कर निशानदेही के बाद ही खनन किया जाना चाहिए।
जहां बालू खनन हो रहा उसकी के सीमा बाराबंकी जिले के रामसनेहीघाट तहसील के ग्राम पंचायत कोलावर की भी जमीन आती है। नियम है कि दोनों तहसीलों की सरहद की पैमाइश हो जाने के बाद ही खनन होना चाहिए लेकिन मनमानी चल रही है।
खनन निरीक्षक, अयोध्या दीपक कुमार का कहना है कि दो तहसीलों के बॉर्डर पर निशानदेही के बाद ही खनन होना चाहिए। मामला संज्ञान में है बाराबंकी प्रशासन को भी सूचित किया गया है। शीघ्र ही दोनों तहसील की टीमों द्वारा निशानदेही की जाएगी। अवैध खनन करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।