(प्रमोद कुमार गर्ग)
भीलवाड़ा 27 नवंबर। सेठ मुरलीधर मानसिंहका राजकीय कन्या महाविद्यालय में बुधवार को लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जन्म जयंती वर्ष पर व्याख्यान माला का आयोजन एबीआरएसएम राजस्थान (उच्च शिक्षा) की महाविद्यालय इकाई द्वारा प्राचार्य डॉ.सावन कुमार जांगिड़ की अध्यक्षता में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता महिला समन्वय, सह संयोजिका सुषमा बिश्नोई रही। कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती के चरणों में दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण के साथ किया गया।
कार्यक्रम में ए.बी.आर.एस.एम. प्रदेश सह सचिव डॉ शोभा गौतम ने बताया कि भारतीय इतिहास में ऐसी अनेक वीरांगनाएं हैं जिनके बारे में जानना हमारे पारंपरिक मूल्यों के पुनरुत्थान के लिए आवश्यक है। अहिल्याबाई होल्कर ऐसी ही एक महान वीरांगना है जिनके बारे में जानना हमारे समसामयिक परिवेश की आवश्यकता है।
मुख्य वक्ता सुषमा विश्नोई ने अहिल्याबाई होलकर के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तृत व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि हमें अपना आदर्श अहिल्याबाई होल्कर को बनाना चाहिए। विशिष्ट अतिथि डॉ. कश्मीर कुमार भट्ट ने भी अपने विचार प्रकट किए।
प्राचार्य डॉ. सावन कुमार जागिड़ ने छात्राओं को अहिल्याबाई होलकर के गुणों को अपने जीवन में उतारने हेतु प्रेरित किया। विशिष्ट अतिथि के .सी .गुप्ता ने अहिल्याबाई होलकर के शिक्षा में योगदान पर प्रकाश डाला। प्रोफेसर अनिल कुमार सुराणा ने भारतीय संस्कृति के विकास एवं संरक्षण में अहिल्याबाई होलकर के योगदान को रेखांकित किया।
कार्यक्रम का संचालन दिलीप कुमार शर्मा द्वारा किया गया । कार्यक्रम में डॉ.प्रतिभा राव, डॉ.आशा उपाध्याय ,डॉ.अर्चना खंडेलवाल, डॉ. इंदु बाला पटवारी तथा समस्त महाविद्यालय स्टाफ उपस्थित रहा।
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