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अग्नि आपात स्थिति में दूसरों को सचेत करें और अग्निशमन को बुझाएंःडॉ.एमपी सिंह

फरीदाबाद से बी.आर.मुराद की रिपोर्ट


फरीदाबादःचीफ वार्डन सिविल डिफेंस व विशेषज्ञ आपदा प्रबंधन डॉ.एमपी सिंह तथा फायर ऑफिसर आर डी भारद्वाज ने आईएमटी स्थित अमूल कंपनी में फायर सेफ्टी का मूल्यांकन किया‌। और सभी कर्मचारियों को फायर सेफ्टी का प्रशिक्षण दिया इस अवसर पर सब फायर ऑफिसर कपिल कुमार ने भी अपना संबोधन रखा।
आरडी भारद्वाज ने फायर हाइड्रेंट,ड्राइ बैरल,वेट बैरल व अन्य अग्निशमन से संबंधित उपकरणों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। तो वहीं कपिल ने बताया कि फायर हाइड्रेंट या फायरकॉक एक कनेक्शन बिंदु होता है जिसके द्वारा अग्निशमन पानी की आपूर्ति कर सकते हैं यह सक्रिय अग्नि सुरक्षा का एक घटक होता है। डॉ.एमपी सिंह ने बताया कि अग्नि एक रासायनिक प्रक्रिया है जो ताप,इंधन और ऑक्सीजन के सहयोग से बनती है लकड़ी,कोयला,कागज,कपड़े की आग को पानी डालकर बुझाया जा सकता है पेट्रोल,बार्नेस,तारकोल की आग को ऑक्सीजन का आवागमन बंद कर के बुझाया जा सकता है।
एलपीजी गैस की आग को बुझाने के लिए पाउडर का प्रयोग किया जाता है। ज्वलनशील ठोस पदार्थ की आग को रासायनिक प्रक्रिया से बुझाया जा सकता है। डॉ.एमपी सिंह ने बताया कि आग लगने की स्थिति में ज्वलनशील पदार्थों को आग से दूर कर देना चाहिए। ताप को कम करके आग को बुझाया जा सकता है। ऑक्सीजन कम करके आग को बुझाया जा सकता है। डॉ.एमपी सिंह ने बताया कि आग बुझाने के लिए लोहे की बाल्टी,बालू, मिट्टी,सोडा,एसिड,फॉर्म, निष्क्रिय गैस आदि का प्रयोग किया जा सकता है। आग लगने की स्थिति में घर मकान दुकान को छोड़ देना चाहिए तथा दरवाजा बंद कर देना चाहिए। सामान समेटने के लिए नहीं रुकना चाहिए।‌ आग से बचने के लिए फर्नीचर के पीछे या शौचालय मैं नहीं छिपना चाहिए
यदि कमरे में धुआं भर गया है तो नाक पर गीला कपड़ा बांधकर रैंगकर उस क्षेत्र से निकलना चाहिए। डॉ.एमपी सिंह ने बताया कि यदि आग बहुमंजिला इमारत में लग गई है तो निचली मंजिलों की ओर जाते हुए बाहर निकल जाना चाहिए लिफ्ट का प्रयोग नहीं करना चाहिए अग्नि आपात स्थिति में दूसरों को सचेत करना चाहिए और अग्निशमन दल को बुलाना चाहिए हिम्मत नहीं हारनी चाहिए घबराना नहीं चाहिए जागरूकता का परिचय देना चाहिए। सेंट जॉन एंबुलेंस इंडिया से प्राथमिक सहायता व ग्रह परिचर्या के अधिकृत लेक्चरर डॉ एमपी सिंह ने बताया की आग से जलने पर दर्द कम करने के लिए पानी डालना चाहिए या ठंडे पानी में उस भाग को डाल देना चाहिए जले हुए भाग पर किसी भी प्रकार का लोशन तेल क्रीम या मरहम बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं लगाना चाहिए क्योंकि संक्रमण फैल सकता है विद्युतीय जख्म सामान्यत गहरे होते हैं इसलिए जख्मों को निर्जजंतुकृत कपड़े से ढक देना चाहिए और तत्काल डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

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