मनीष दवे IBN NEWS
भीनमाल — स्थानीय शहर में कार्तिक पूर्णिमा देव दीपावली के उपलक्ष में वाराहश्याम मंदिर में अन्नकूट महोत्सव का आयोजन मंगलवार को शाम 5 बजे से शुरू किया गया। रात 10 बजे तक चलने वाले इस आयोजन में शहर सहित आसपास के सैकड़ों लोग शिरकत करेंगे। मंदिर पुजारी जोग चंद शर्मा ने बताया कि इस बार भगवान वाला श्याम को 56 तरह के व्यंजनों का भोग लगाया गया। कार्तिक पूर्णिमा के उपलक्ष में यहां हर वर्ष मेले का आयोजन होता है।
ऐतिहासिक है वाराहश्याम मंदिर —
मुख्य बाजार स्थित भगवान वाराहश्याम का यह मंदिर सैकड़ों वर्ष पुराना है। मंदिर में स्थापित 8 फीट लंबी प्रतिमा अपने आप में विशेष है। मूर्ति दाएं भूजा में मेदिनी (लक्ष्मी) को धारण किए हुए हैं। उनके चरणों के पास नाग नागिन का युगल है। देव दीपावली के उपलक्ष में हर वर्ष मंदिर परिसर में विशेष भोग लगाया जाता है जिसमें 33 सब्जियां बनाई जाती है और 32 तरह के मीठे पकवान बनाए जाते हैं । अन्नकूट की तैयारियां 15 दिन पूर्व ही की जाती है।
अन्नकूट महोत्सव को देखने के लिए भीनमाल सहित आसपास के 6 गांवों से श्रद्धालु मंदिर में पहुंचते हैं। वराह अवतार हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार भगवान विष्णु के दस अवतारों में से तृतीय अवतार हैं जो भाद्रपद में शुक्ल पक्ष की तृतीया को अवतरित हुए थे। एक समय जब पृथ्वी रसातल में डूब चुकी थी तो भगवान विष्णु ने वराह अवतार के रूप में प्रकट होकर पृथ्वी को समुद्र से अपने दांतों पर धारण कर बाहर निकाला था।