पिपली अहिरान, राजसमंद आज पीपली अहिरान में खेखरा भड़का बहुत सारे बालद (बैल) लाइन वाहीज खड़े थे ठाकुर जी वा अंबा माता मंदिर से लेकर बस स्टैंड तक खड़े थे समस्त ग्रामवासी थे महिलाएं पुरुष बच्चे लड़कियां लड़के युवा भाई थे पंच पटेलो को कंकू, (कुमकुम) का तिलक लगाया गया युवा साथी भाई यो ने बहुत पटाके फोड़े ,(जलाए) बेलों को लापसी खिलाई गई व उनकी पंडित जी द्वारा आरती की गई बेलों को पानी से मुंह धुलाया गया
लोगों ने धर्म बोला धर्म निकाला अपनी इच्छा अनुसार पक्षियों के लिए गेहूं मक्की डालने के लिए किसी ने 5 किलो किसी ने 10 किलो किसी ने 20 किलो इस प्रकार अपनी इच्छा अनुसार और किसी ने पैसे रुपए बोल कर धर्म निकाला फिर बाद में ढोल बजा या लगा सभी बेल दौर कर भागे जिसमें सफेद बेल आगे निकला पुराने लोगों की ऐसी मान्यता है अगर काला बैल आगे निकलता है काल पड़ता है सफेद निकलता है तो साल अच्छा जाता है साल अच्छा रहता है और बारिश भी अच्छी होती हैं वहां आसपास के गांवों से भी सैकड़ों पुरुष महिलाएं युवा आए थे।