टीम आईबीएन न्यूज
राकेश की रिपोर्ट
गाजीपुर: जिले की जर्जर व विवादित सड़कों का कायाकल्प कराने के साथ ही आजादी के बाद पहली बार लोक निर्माण विभाग के तीनो डिवीजनों का एक साथ कार्यभार देखने वाले इस अधिशासी अभियन्ता ने एक नही दो इतिहास रचा। पहला बेहतर काम व दूसरा तीनों विभागों का सफल संचालन। लोग इस बात की सार्वजनिक चर्चा कर रहे है। आइये आपको बताते है कि तमाम सराहनीय व बेहतर कार्यो से अपनी छवि विभाग व सत्ता में चमकाने वाले अधिशासी अभियन्ता कौन हैं ।
गाजीपुर जनपद में लोक निर्माण विभाग अपना महत्वपूर्ण स्थान रखता है। आजादी के बाद इस विभाग का निर्माण हुआ और इसकी शाखा गाजीपुर में शुरू हुई तब से लेकर आज तक तमाम इंजीनियर व अफसर इस विभाग में आये और चले गये । पिछले साल अक्टूबर महीने में लोक निर्माण विभाग तृतीय खण्ड का जिम्मा हमीरपुर के रहने वाले मृदुभाषी अवधेश कुमार सिंह को जनपद में मिला। उसके बाद से लगातार अफसरों के स्थानान्तरण हुये और विभाग के साथ लोक निर्माण विभाग प्रथम खण्ड, द्वितीय खण्ड व तृतीय खण्ड का समूचा चार्ज अवधेश सिंह को मिला। अवधेश सिंह मूल रूप से यू0पी0 के हमीरपुर जिले के रहने वाले है। इनकी प्राथमिक व हाईस्कूल, इण्टर की शिक्षा सरस्वती दिव्या इण्टर कालेज में हुई।
अवधेश ने परास्नातक, एम0टेक, एच0बी0टी0आई0 की शिक्षा कानपुर से लेने के बाद डायरेक्ट शोध कार्य करते रहे। उन्होंने लोक निर्माण विभाग की पूर्व ई0एन0सी0 डा0 राजेन्द्र कुमार श्रीवास्तव से अधीनस्थ के रूप में काफी कुछ सीखा। जिसमे सड़क कैसे बना, साथ ही नेशनल व अन्तर्राष्ट्रीय जनरल में अनेको शोध पेपर्स प्रकाशित हुये। श्री सिंह ने शाहजहंापुर, जालौन, कानपुर देहात, उन्नाव के साथ-साथ नेशनल हाइवे डिवीजन कानपुर में अधिशासी अभियंता के पद पर भी कार्यरत रहे। जनपद में चार्ज लेने के बाद ही श्री सिंह ने दशकों से क्षतिग्रस्त होकर विवादों में पड़ी चार दर्जन सड़कों का निर्माण व मरम्मत का कार्य कर विभागीय लोगो को आइना दिखाने का काम किया है। डी0एम0 के साथ-साथ किसी जन प्रतिनिधि का कोई भी प्रस्ताव रहा हो तीन विभागों के कार्य का दबाव रहने के बाद भी सबको पारदर्शिता के साथ पूरा करने का काम किया है।
वर्षो से पूर्णतः क्षतिग्रस्त जंगीपुर आरीपुर और सुभाखरपुर मार्ग पर विशेष प्रयास कर गडढा मुक्ति का काम शुरू कर दिया है। बिहार बार्डर के धूसका सम्भल मार्ग को मोटोवेल किया। ककंड़घाट, चोचकपुर धरम्मरपुर मार्ग को जो भूमि विवाद के चलते लम्बे समय से खटाई में पड़ा था किसानों से व्यक्तिगत जांच कर विवाद समाप्त कराया। जनपद के समस्त क्षतिग्रस्त मार्गो व पुलों को चिन्हित कर श्री सिंह ने सरकार के पास तीन सौ करोड़ का प्रस्ताव भेजा है और उन्हें पूरा विश्वास है कि बरसात बाद इस जिले की हर सड़क चाक चौबन्द व बेहतर हो जायेगी।