गाजीपुर: पिछले सप्ताह घोषित हुये सी0बी0एस0ई0 के परिणाम में जनपद ही नही पूरे पूर्वांचल का गौरव बढ़ाने वाली छात्राएं देश व गरीबो की सेवा के लिये आगे की पढ़ाई पूरे मनोयोग से कर रही और उन्हें पूरा विश्वास है कि आने वाले समय में वह एक बार फिर अपने गुरूजनों व परिजनों के आर्शीवाद से अपने मुकाम पर जरूर पहुचंेगी। दोनो छात्राएं एक ही विद्यालय की छात्राएं है और दोनो काफी मध्यम वर्गींय परिवार से आती हैं। छात्राओं के हौसलों को देखकर उनके सहयोगी व शुभचिन्तक काफी उत्साहित हैं।
जिले के नन्दगंज इलाके में स्थित सनफ्लावर स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा रिया सिंह ने वर्ष 1994 के बाद पहली जिले में 98 फीसदी अंक लाकर लोगो को चौका दिया है जबकि उसी के साथ पढ़ने वाली छात्रा रूचि मौर्या ने भी 97 फीसदी अंक लाकर जिले भर की छात्राओं व महिलाओं को नारी शक्ति की ताकत का एहसास कराया हैं।
इस सन्दर्भ में जब विद्यालय के प्रधानाचार्य संतोष यादव से बात हुयी तो उन्होनें बताया कि पूरे साल की पढ़ाई के बाद बार-बार होने वाली कुशलता परीक्षाओं में सर्वश्रेष्ठ अंक अर्जित करने वाले छात्र व छात्राओं को चिन्ह्ति कर साल के अंत में एक बैच अलग से तैयार किया जाता है ताकि मेधावी छात्रों को परीक्षा से जुड़ी अतिरिक्त जानकारियॉं उपलब्ध करायी जाती है ताकि देश व जनपद का नाम रोशन करने के साथ अपने परिजनों का भी सम्मान बढ़े और वही छात्र छात्राएं लगातार कई सालो से बेहतर परिणाम लाकर संस्थान का सम्मान लगातार बढ़ा रहे है।
जबकि इस संदर्भ में बातचीत करते हुए विद्यालय के प्रबन्धक हीरालाल यादव ने बताया कि विद्यालय में छात्र/छात्राओ को मेधावी बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाता है साथ-साथ समय समय पर परिसर में कुछ इस तरह के इवेन्ट भी आयोजित होते रहते है ताकि मासूमों के दिमाग पर पढ़ाई का तनाव हावी न हो सके।
हाईस्कूल की परीक्षा में 98 फीसदी अंक लाने वाली रिया सिंह एक सामान्य परिवार की छात्रा है और उसके पिता एक प्राइवेट निजी स्कूल में शिक्षक के रूप में तैनात है। इस बात से एक बात तो साफ हो जाती है इस मेधावी छात्रा का रहने सहन व संसाधन सामान्य से भी कम है। रिया पढ़ाई पूरी करने के बाद एक चिकित्सक बनना चाहती है ताकि कमजोर व असहाय लोगो की भरपूर मदद की जा सके।
जबकि रूचि आई0आई0टी0 की ओर मुखातिब है और पढ़ाई के बाद इंजीनियर बनकर खुले मन से देश सेवा करना चाहती है। दोनो छात्राओं के शानदार प्रदर्शन से एक तरफ विद्यालय की छवि जिले भर में बेहतर हुई है साथ ही यहॅा पढ़ने वाले अन्य सहयोगियों का भी सम्मान बढ़ा है।
राकेश की रिपोर्ट