संवादाता मो हदीश अहरौरा
अहरौरा – नगर के चौक बाजार में स्थित शंकर जी मंदिर पर मंगलवार की रात विभीषण शरणागति, सेतु बंधन व चारो फाटक की लड़ाई का मंचन किया गया। लीला शुरू होने से पूर्व ऊर्जा राज्यमंत्री रमाशंकर सिंह पटेल ने भगवान राम की आरती उतार लीला का शुभारंभ किया। इसके बाद लीला शुरू किया गया। समुद्र पर सेतु बनाने के लिए तीन दिनों से विनती के बाद भी जब कोई रास्ता नहीं मिला तो भगवान क्रोधित हो उठे।
व्यास शिरीष चंद्र ने विनय न मानत जलधि जड़ गए तीन दिन बीत, बोले राम सकोप तब भय बिनु होई न प्रीत, इसके बाद भगवान राम धनुष से ब्रम्हात्र का संघान करते हुए। श्री राम के क्रोध को देखते ही समुद्र प्रकट हो जाते हैं क्षमा मांगते हुए समुद्र पर सेतु बनाने का रास्ता प्रशस्त करते हैं। बताया कि आपकी सेना में नल नील दो ऐसे योद्धा है जिन्हे आशीर्वाद मिला है कि वह पानी में पत्थर भी फेंक दें तो तैरेगा। इसके बाद सेतु बनाने का कार्य शुरू हो जाता है। लंका पहुंचते ही लड़ाई शुरू हो जाता है। राम की सेना रावण के चारो फाटक को ध्वस्त कर देते हैं। इस दौरान रावण के हजारों सैनिक मारे जाते हैं। इस दौरान अध्यक्ष कुमार आनंद, बृजेश, रवींद्र नाथ,कामेश्वर,कन्हैया, अश्वनी रोशन,धीरज,कान्हा,सतीश, विशाल, विकास, सहित अन्य उपस्थित रहे।