फरीदाबाद से खुशी वत्स की रिपोर्ट
फरीदाबाद:जिले में महिलाओं एवं बालकों के कल्याण करने वह विकास करने के लिए कार्यत संस्थान महिला एवं बाल विकास परिषद ने एक नए संस्थान का गठन किया है। जिसको हंस वाहिनी नाम से शोभित किया गया है। इसमें अधिवक्ता मंशा पासवान को चेयर पर्सन व पुष्पा चौहान को अध्यक्ष का दायित्व दिया गया है। वहीं अधिवक्ता रीना डागर की देखरेख में संस्थान कार्य करेगा हंस वाहिनी का मुख्य उद्देश्य महिलाएं बच्चों के साथ हो रहे अपराधों के विरुद्ध आवाज उठाना है ताकि महिलाओं का सशक्तिकरण किया जा सके।
प्रेस वार्ता के समय पुष्पा चौहान जी ने बताया कि आज प्रेस वार्ता का उद्देश्य कुछ और था परंतु कल रात को ही एक ऐसा मामला हमारे पास आ गया कि पूरा कार्यक्रम ही परिवर्तित हो गया, हमारे बीच या जो बच्ची बैठी है इसके साथ काम करने वाले व्यक्ति ने 5 वर्षों तक इस का शोषण किया शादी का झांसा देकर लगातार पांच वर्षों से ऐसी बच्ची से दरिंदगी बलात्कार करता रहा और इसबीच दो बार इसका गर्भपात भी करवा दिया,आज से 1 वर्ष पूर्व जब इस बच्ची से शादी के लिए बोला तो किसी नकली वकील के पास जाकर नकली दस्तावेजों को तैयार करवा शादी के दस्तावेज बता दिया।जब इस बेटी नहीं वह दस्तावेज कहीं और जाकर किसी अन्य अधिवक्ता से जांच करवाने की बात कही तो दस्तावेजों को जला दिया और उसका मोबाइल भी छीन लिया जो उसके कमरे में है जब उसने बोला कि दोबारा शादी सही तरीके से करते हैं तो इसकी अश्लील वीडियो दिखाकर वायरल करने की धमकी देने लगा और जबरन 1 साल से उस वीडियो की धमकी देकर बलात्कार कर रहा है l
अभी 3 महीने पूर्व भी आरोपी ने इसका गर्भपात कराया और अभी शनिवार को भी इसके साथ बलात्कार किया और अभी भी ब्लैकमेल कर रहा है यह बच्ची कल हमको बाटा चौक पर बेहोशी की हालत में मिली थी,जब हमने इस को उठाया तो इसमें सारा वृत्तांत बताया कि यह आत्महत्या के लिए बटन रेलवे ट्रैक पर जा रही थी। जिस पर इसको समझा बुझा कर हमने इसके भाई विकास को सूचित किया आज हमारे अधिवक्ताओं के द्वारा इस केस में मान्य पुलिस उपायुक्त एसएचओ, एनआईटी से मुलाकात कर प्राथमिकता दर्ज करवाई जाएगी
हंस वाहिनी का प्रयास रहेगा कि ऐसे अपराधियों को कठोर कारावास की सजा हो ताकि दोबारा कोई व्यक्ति किसी के साथ ऐसा सोच भी ना सके यह मुकदमा हमारे अधिवक्ताओं के द्वारा निशुल्क देखा जाएगा और इन जैसों की जो भी सहायता हो सकती होगी हंस वाहिनी जरूर करेगी। पुष्पा चौहान का कहना है कि आज भी हमारे देश में महिलाओं के प्रति अपराध दिन प्रतिदिन ज्यादा हो रहे हैं जबकि हमारा देश में महिलाओं को सुरक्षित करने के लिए सख्त कानून व्यवस्था है परंतु पुलिस के ढीले रवैए और अपराधिक सोच के चलते लोगों में कानून का डर नहीं है यदि ऐसा ही चलता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब चौकी थानों में सामने ही बता जैसे अपराध होने लगेंगे अगर पुलिस ने इस मामले में शक्ति नहीं बढ़ती तो हम इस मामले को न्यायालय लेकर जाएंगे परंतु इस को न्याय अवश्य मिलेगा।