आज पहला रोजा,रमजान में रोजा रखने के क्या हैं नियम
फरीदाबाद से बी.आर.मुराद की रिपोर्ट
फरीदाबाद: रमजान की तारीख को लेकर कन्फ्यूजन की रही स्थिति।चांद दिखने के अगले दिन रखा जाता है रोजा। आइए जानते हैं रमजान के इस पाक माह के बारे में खास बातें। रमजान का महीना मुस्लिम समुदाय के लिए बहुत पाक यानी पवित्र माना जाता है और इस पूरे महीने में रोजा रखते हैं। रोजा शुरू करने से पहले सहरी और रोजा खोलने के लिए इफ्तार किया जाता है। रमजान इस्लामी कैलेंडर का नवां महीना होता है और इसकी शुरुआत चांद देखने के बाद होती है। इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार,इस पाक माह में पैगंबर मोहम्मद साहब को अल्लाह से कुरान की आयतें मिली थीं इसलिए यह माह बहुत पवित्र माना जाता है। रमजान माह के 30 दिन के रोजों को तीन अशरों में बांटा गया है। पहले 10 दिन के रोजा को रहमत,दूसरे 10 दिन रोजा को बरकत और अंतिम 10 दिन के रोजा में मगफिरत कहा जाता है।
◼️रमजान की तारीख को लेकर कन्फ्यूजन
भारत में रमजान की तारीख को लेकर कन्फ्यूजन की स्थिति बनी रही। रमजान चांद दिखने पर शुरू होता है और अगले दिन से रोजा रखा जाता है। जुमेरात को चांद दिखा है तो आज से ही रमजान माह शुरू हो गया है और कल यानी 24 मार्च को पहला रोजा रखा जा रहा है। बीती रात 23 मार्च को चांद दिखा और ऐसी स्थिति में 24 मार्च को पहला रोजा रखा जाएगा। और उस दिन पहला जुमा भी होगा। इस्लामिक कैलेंडर में सातवां माह रज्जब,आठवां शआबान और नवां महीना रमजान कहलाता है। शआबान माह कभी 28 या 29 या फिर कभी 30 दिन का होता है और 23 मार्च यानी आज शआबान माह की 29 तारीख है।
◼️रोजेदारों के लिए नियम
रमजान का माह बहुत पवित्र माना जाता है और इस महीने गरीब व जरूरतमंद की मदद करनी चाहिए। साथ ही रोजा रखते हुए अल्लाह की इबादत करनी चाहिए। पवित्र कुरान के मुताबिक इस पाक महीने में अल्लाह ने पैगंबर साहिब को अपना दूत चुना था। इस माह में सभी मुस्लिम लोगों को रोजा रखना अनिवार्य माना जाता है। साथ ही पांच वक्त की नमाज भी जरूरी बताई गई है। इस पाक माह में ईद से पहले जकात यानी दान देना जरूरी माना जाता है। जकात में केवल आप साल भर की कमाई का ढाई फीसदी हिस्सा जरूरतमंदों को दान करते हैं।
➡️ आज चांद दिख तो गया है कल यानी रमजान माह का पहला जुमा रहेगा और तमाम मुस्लिम समुदाय के लोग रोजा रखेंगे। इंशाअल्लाह बेशक यह रोजा 23 को होना चाहिए था। पर 22 मार्च को चांद दिखाई नहीं दिया तो 23 रोजा नहीं हुआ और 23 को चांद दिखाई दे गया तो 24 को पहला रोजा रखा जाएगा। हम तमाम शहर के दीनी भाईयों से अपील करते हैं कि इस माह रमजान में ज्यादा से ज्यादा इबादत करें।- मुफ्ती मुस्तजाबुद्दीन,मरकज मस्जिद ईदगाह.ओल्ड फरीदाबाद।
➡️ हम तो यही कहना चाहते हैं कि रमजान माह शुरू हो गया है रोजेदार रोजा रखेंगे और मुल्क में अमन व शांति के लिए दुआ करेंगे। ताकि रमजान माह में किसी को परेशानी न हो। डिप्टी इमाम मौलाना समीऊर रहमान नदवी,ओल्ड़ फरीदाबाद।
➡️ रमजान माह का कल यानी जुमे को पहला रोजा रखा जाएगा इस दिन जुमा भी है और हमारी पुरी कोशिश है कि हम इंशाअल्लाह इस बार पुरे रमजान माह के पूरे रोजे रखें।-शफीक सैफी,अमीर तब्लीगी जमात।