Ibn news Team DEORIA
देवरिया जिले के ग्राम खुखुंदू में चल रहे सात दिवसीय श्री शिव महापुराण की कथा में श्री राघवेंद्र शास्त्री जी ने कहा कि सम्मान की इच्छा ही अपमान को जन्म देती है दक्ष प्रजापति ने अपने दामाद का अपमान किया नतीजा शिवजी का अपमान करना मृत्यु को निमंत्रण देना है सम्मान मांगने से नहीं योग्यता से मिलता है सती पार्वती बन कर के हिमाचल के घर पर जन्म लिया नारद जी के कहने से पार्वती जी ने भगवान शंकर को पति के रूप में प्राप्त करने का तपस्या प्रारंभ किया उधर तारकासुर का आतंक देख कर के देवताओं ने भगवान से इसका निवारण पूछा भगवान ने कहा भगवान शिव के पुत्र द्वारा तारकासुर का मृत्यु निश्चित है इसलिए देवताओं ने भगवान शंकर से निवेदन किया कि आप पार्वती महारानी से विवाह कर ले शास्त्री जी ने शिव विवाह की कथा बड़ी ही रोचक तरीके से श्रवण कराया। कथा के अन्त में भक्तों ने प्रसाद प्राप्त कर अपने को धन्य मससूस किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से अविनाश राय सुदामा राय अरविंद राय धननजय उर्फ़ मिनटू राय सन्निवेश द्विवेदी जय गोविंद राय राम जी चौरसिया हरेन्द्र राय श्रीप्रकाश राय सहित भारी संख्या में भक्त गण मौजूद रहे।