कोटडी जैन संघ को साधुवाद देते हुए अनुकरणीय व प्रेरणादायी बताया समाज रत्न दिनेश संचेती दिनकर बीगोद
बीगोद— चतुर्मास के दौरान विराजित पोरवाल चंद्रिका महासाध्वी,मनोहर कंवर महारासा, ज्ञान कंवर जी महारासा, प्रियदर्शना जी महारासा एवं ऐश्वर्या प्रभा जी महारासा कृत्तित्व से प्रभावित होकर चारों महासतियो को अलंकरणो से अलकृत कर एक नया इतिहास रच डाला।
दिनकर संदेश के प्रधान संपादक समाज रत्न दिनेश कुमार संचेती बीगोद के मुख्य आतिथ्य मे व समाजसेवी लक्ष्मण सिंह बाबेल की अध्यक्षता में 30 अक्टूबर रविवार को कोटडी मे आयोजित समारोह में क्रमशः क्षमा मूर्ति, स्वाध्याय प्रेमी ,आत्म साधिका, आगम रसिका अंलकरण प्रदान किए गए।
कोटडी संघ के पदाधिकारियों तथा समारोह के अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह बाबेल व मुख्य अतिथि के दिनेश संचेती दिनकर केआतिथ्य में अभिनंदन अंलकरणो पत्रों का विमोचन महासतियो के पत्र प्रस्तुत किए गए।
इस अवसर पर मेवाड़ मारवाड़, मध्य प्रदेश देश के विभिन्न क्षैत्रों से बड़ी संख्या में समाजसेवी श्रावक ,श्राविकाएं का उपस्थित हुयी।
दिनेश संचेती ने अपने उद्बोधन में कोटडी संघ को साधूवाद देते हुए इससे सबके के लिए अनुकरणीय व
प्रेरणादायी बताया।
संघ के अध्यक्ष नवरत्न मल पोखरना प्रवक्ता शांतिलाल जैन बबलू ने आभार व्यक्त किया। वैयावश्य समिति के अध्यक्ष संजू लता बाबेल भी इससे प्रेरणादायी कदम बताया चारभुजा मंदिर परिसर में हुए कार्यक्रम में और क्रम, उपक्रम हुए जिसके विस्तृत विवरण की प्रतीक्षा है बताया गया है कि विशालकाय पंडाल में जनसमुदाय आने से छोटा पड़ गया।
( फोटो कैप्शन- 1-समाज रत्न दिनकर संदेश प्रधान सम्पादक दिनेश संचेती बीगोद ने अभिनंदन व अलंकृत पत्र प्रस्तुत किए
2- इस दौरान उपस्थित पांडाल मे जन समुदाय)
फोटो -प्रमोद कुमार गर्ग