फरीदाबाद से बी.आर.मुराद की रिपोर्ट
फरीदाबाद:डीएवी शताब्दी महाविद्यालय फरीदाबाद में 76वें गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि व कार्यवाहक प्राचार्या डॉ.अर्चना भाटिया ने पीओ कैडेट ध्रुव प्रजापति के आग्रह पर पहले एनसीसी कैडेट्स का निरीक्षण किया। इसके बाद प्राचार्या ने जीआईए के शिक्षकों व एनसीसी सीटीओज के साथ महाविद्यालय मंच पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया।
एनसीसी कैडेट्स के दो प्लाटून ने परेड करते हुए राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी। जिसका नेतृत्व कैडेट कैप्टन शिया शर्मा और कैडेट कैप्टन अभिषेक चौहान द्वारा किया गया। डॉ.भाटिया ने सभी को गणतंत्र दिवस की बधाई दी और बताया कि संविधान के द्वारा मिले मौलिक अधिकारों के साथ-साथ हमें कुछ उत्तरदायित्व भी मिले हैं जिन्हें हमें पूर्ण निष्ठा, समर्पण व तत्परता के साथ निभाना होता है।
उन्होंने संविधान से मिले अधिकारों की विवेचना की व भारत देश की सभी क्षेत्रों में हो रही समृद्धता पर प्रकाश डाला। अखिल भारतीय नौ-सैनिक कैंप (AINSC) का हिस्सा रहे फॉर्मर लीडिंग कैडेट विकास ठाकुर,फॉर्मर कैडेट प्रियांशु कुमार वर्मा,फॉर्मर कैडेट कैप्टेन सिया,कैडेट कैप्टेन अभिषेक चौहान और कैडेट निखिल को प्राचार्या द्वारा सम्मानित किया गया।
इस उपलब्धि के लिए सीटीओ नेत्रपाल सैन व डॉ.रश्मि को भी बधाई दी गई। इस अवसर पर डॉ.नीरज सिंह ने संविधान अंगीकरण दिवस 26 जनवरी के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए इसके अन्य देशों के संविधान की अपेक्षा वर्णित खूबियों का बखान किया।
हिंदी विभाग प्राध्यापक डॉ.योगेश अत्री ने शहीद-ए-आजम भगत सिंह द्वारा असेंबली हॉल में बम फोड़ने प्रकरण को लेकर एक जोशीला गीत प्रस्तुत किया। प्राध्यापक दिनेश चौधरी ने भी देश भक्ति को इंगित करते कुछ ऐतिहासिक और वर्तमान संदर्भ पेश किए।
अकाउंटेंट तिवारी ने शहीद फौजी का पार्थिव शरीर घर पहुंचने पर कविता के जरिये मार्मिक चित्रण प्रस्तुत किया। इनके अलावा प्राध्यापिका तनुजा और आयुषी ने देश भक्ति गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया। बीए के छात्र राजकुमार ने देश भक्ति का गीत प्रस्तुत किया। बी.कॉम पास के छात्र ने भी मां को समर्पित गीत पेश किया। डॉ.मीनाक्षी कौशिक व डॉ.रेखा शर्मा ने कुशल मंच संचालन किया।
इस अवसर पर सभी सीनियर शिक्षकों डॉ.सुनीति आहूजा,डॉ.अर्चना सिंघल,डॉ.शिवानी तंवर,डॉ.अंजू गुप्ता,डाॅ.नरेंद्र दुग्गल,और डॉ.रूचि मल्होत्रा के साथ शिक्षकगण व गैर-शिक्षक कर्मचारी उपस्तिथ रहे। इस कार्यक्रम का आयोजन डॉ.निशा अग्निहोत्री की देख-रेख में हुआ।