फरीदाबाद से बी.आर.मुराद की रिपोर्ट
फरीदाबाद: क्राउन आईटी पार्क निवेशकों की मीटिंग हुई। क्राउन आईटी पार्क बदरपुर पर स्थित है और यह शहर के नामी बिल्डर रह चुके श्री आर एस गांधी चेयरमैन तथा श्री जेपी गुप्ता वाइस चेयरमैन द्वारा यह प्रोजेक्ट वर्ष 2007 में लाया गया था । यह प्रोजेक्ट निवेशकों को अलग-अलग इन्वेस्टमेंट प्लान के तहत बेचा गया। कुछ निवेषको को सही वक्त पर प्रॉजेक्ट पूरा करने का वायदा किया गया और कुछ निवेषको को एश्योर्ड रिटर्न के बेसिस पर बेचा गया था। निवेशकों ने अपनी खून पसीने की कमाई इस उम्मीद के साथ इस प्रोजेक्ट में लगाई थी की वह 2011 तक अपना ऑफिस खोलने का मौका मिल जायेगा या इस ऑफिस को हम किराए पर उठा सकेंगे।
ऑफिस अलॉटमेंट प्रक्रिया लगभग 2008 में चालू हुई तथा यह प्रक्रिया वर्ष 2019 तक चलती रही। इस दौरान पूर्व क्राउन मैनेजमेंट द्वारा अपनी मर्जी के मुताबिक किसी निवेशक को एश्योर्ड रिटर्न दी गई और किसी को नहीं। यहां तक की कुछ निवेशकों को रिझाने के लिए क्राउन मैनेजमेंट ने बिना ऑक्यूपेशन सर्टिफिकेट (OC) प्राप्त किए रजिस्ट्री भी कर दी ताकि वह उन निवेशकों का पैसा इस्तेमाल कर सकें। निवेषको को आर एस गांधी तथा जेपी गुप्ता से अपने ऑफिस का पोजीशन या एश्योर्ड रिटर्न मागने पर धुतकारा जाता था। निवेशकों में रोष इस कदर बढ़ गया की वर्ष 2019 मे क्राउन वेलफेयर एसोसिएशन का संगठन हो गया। बता दें की क्राउन वेलफेयर एसोसिएशन एक रजिस्टर्ड संगठन है और जिसके प्रधान सलिल को वर्ष 2019 मे प्रधान चुना गया। संगठन ने शुरू में HRERA,के माध्यम से कोशिश कि वह अपने खून पसीने की कमाई से किए गए निवेश को किसी मंजिल मकाम तक ला सके।
फिर से कई बार आर.एस गांधी कथा जेपी गुप्ता के साथ निवेशिकों की मीटिंग हुई परंतु हर बार चेयरमैन तथा वाइस चेयरमैन द्वारा निवेशकों को डराया धमकाया गया और एक ही बात कही गई कि तुम हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकते जितनी कोशिश है कर लो। हर मीटिंग के बाद निवेशक ना उम्मीद होकर अपने घर को लौट जाते थे और पूर्व प्रबंधकों के कानो पर जूं तक नहीं रेंगती थी। लेकिन इसी दौरान संगठन को मोहन अग्रवाल निवेशक ने एक नया रास्ता दिखाया और वह था, एनसीएलटी माननीय NCLT द्वारा रेजोल्यूशन प्रोफेशनल के हाथों पूरा क्राउन आईटी पार्क को सोपना। जिसके तहत पूर्व आईटी पार्क के मालिकों को यह आदेश दिया गया कि वह अपने खाते तथा अपना प्रोजेक्ट रेजोल्यूशन प्रोफेशनल को सुपुर्द कर दें और दिनाक 6 दिसंबर 2019 के बाद उनकी दखलअंदाजी बंध हो गई।
निवेशिकों को कुछ राहत मिली लेकिन इस दौरान पूर्व प्रबंधकों द्वारा भरपूर कोशिश जारी रही कि वह किसी तरीके से वेलफेयर एसोसिएशन मे फूट डलवा दें और हो सके तो फिर से झूठे वायदे और लालच देकर किसी तरीके से क्राउन आईटी पार्क को वापिस हथिया ले। पूर्व प्रबंधकों द्वारा कई कानूनी क्रियाएं अपनाई गई लेकिन क्राउन आईटी पार्क निवेशकों द्वारा कानूनी प्रक्रिया को दुत्कार दिया और हर बार पूर्व प्रबंधकों को अल्पमत का सामना करना पड़ा और अंततःऐसा प्रतीत होता है कि निवेशकों को क्राउन वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान सलील तथा उनकी कार्यकारिणी टीम पर पूरा भरोसा है और आज दिनांक 6 मार्च 2022 को प्रधान सलिल बरार ने सभी निवेशकों को यह अपील की कि वह एकजुट हो कर रहे और बहुत जल्दी इस प्रोजेक्ट को बतौर रिजॉल्यूशन एप्लीकेंट पूरा कर देंगे।
जनरल मीटिंग में लगभग 200 से अधिक यूनिट होल्डर्स ने हिस्सा लिया और सब लोगों ने क्रॉउन आईटी वेलफेयर एसोसिएशन में अपना विश्वास जताया। उपस्थित यूनिट होल्डर ने यह प्रण लिया कि अब इस प्रोजेक्ट को हम खुद बनाएंगे और जल्दी ही प्रोजेक्ट को पूरा करके दिखाएंगे। सब नेअपना बैनर के माध्यम से रोष जताया एवम हाथ खड़े करके जल्दी ही प्रॉजेक्ट को एक जुट हो कर पूरा करने मेअपनी सहमति प्रकट की।
मुख्य तौर पर उपस्थित लोग मेहता,राजीव,आशुतोष गर्ग, पुनीत,पवन मखारिया,प्रशांत जैन मौजूद थे।