टीम आईबीएन न्यूज
राकेश की रिपोर्ट
गाजीपुर: आजादी के 75 साल बाद भी गाजीपुर जिले की हरिहरपुर गांव में रहने वाली हजारों गरीबों व दलितों की बस्ती जहरीले आर्सेनिक पानी पीने को मजबूर है। गांव के मासूमों, युवाओं व बुजुर्गाे के साथ-साथ पशुओं पर भी आर्सेनिक का असर दिखता है। कमजोर व दिव्यांग लोगों का यह गांव जनप्रतिनिधियों की अनदेखी व जिला प्रशासन के साथ-साथ केन्द्र व प्रदेश सरकार की उपेक्षा का दंश झेल रहा है।
समस्या से आजीज आकर गांव के सैकड़ो महिलाओं ने जहरीला पानी लेकर जिलाधिकारी कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया और चेतावनी दिया कि दो दिन के अन्दर गांव के लोगों की पानी की समस्या का समाधान नही हुआ तो लोग सड़क पर उतरने को बाध्य होगें।
सबसे बड़ी बात यह है कि पानी की समस्या को लेकर प्रदर्शन करने वाले गरीबों का नेतृत्व एक ऐसा चेहरा कर रहा था जो जिले की मौजूदा एल0जी0 व पूर्व संचार व रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा का प्रतिनिधि रह चुका है। इस बाबत जब नेतृत्वकर्ता सिद्धार्थ राय से बात की गयी कि प्रदेश व देश में उन्हीं की सरकार है