फरीदाबाद से बी.आर.मुराद की रिपोर्ट
फरीदाबाद:पूर्व प्रधानमंत्री और ‘भारत रत्न’स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी के अवसर पर,कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने बाल भवन,रेवाड़ी में आयोजित सुशासन दिवस कार्यक्रम में शिरकत की। इस अवसर पर उन्होंने अटल के सुशासन के सिद्धांतों और उनकी दूरदर्शी नीतियों पर प्रकाश डाला। सुशासन दिवस पर विपुल गोयल का संदेश अपने भाषण में उन्होंने कहा कि यह 25 दिसंबर हम सबके लिए वास्तव में ‘बड़ा दिन’है,क्योंकि दिन अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी का दिन है। राजनीति के अजातशत्रु अटल ने अपने कुशल नेतृत्व से सुशासन को सरकार का मुख्य आधार बनाया।
उन्होंने अटल की नीतियों की प्रमुख उपलब्धियों का उल्लेख किया,जिनमें प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना,किसान क्रेडिट कार्ड,गोल्डन क्वाड्रिलैटरल प्रोजेक्ट,और सर्व शिक्षा अभियान जैसी योजनाएं शामिल हैं। विपुल गोयल ने कहा कि अटल जी ने सुशासन को सिर्फ चर्चा का विषय नहीं रहने दिया,बल्कि इसे जमीनी स्तर पर लागू किया। अटल की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुशासन के दृष्टिकोण को रेखांकित करते हुए कहा कि मोदी ने जन-धन योजना,आधार और मोबाइल तकनीक के माध्यम से सरकार और जनता के बीच की दूरी को खत्म कर दिया। आज सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे डीबीटी के माध्यम से लाभार्थियों तक पहुंच रहा है।
उन्होंने प्रधानमंत्री की जनहितकारी नीतियों जैसे आयुष्मान भारत योजना,किसान सम्मान निधि योजना,और मुफ्त राशन वितरण को अटल जी की सुशासन की सोच का विस्तार बताया। इस अवसर उन्होंने अटल बिहारी वाजपेई कुछ पंक्तियां भी श्रद्धांजलि के रूप में अर्पित की। सागर सिनेमा कार्यालय में’मंथन’सभा का आयोजन अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में सागर सिनेमा स्थित कार्यालय में ‘मंथन’सभा का आयोजन भी किया गया। इस सभा का आयोजन विपुल गोयल द्वारा किया गया,लेकिन व्यस्तताओं के चलते वह उपस्थित नहीं हो सके। कार्यक्रम में पूर्व मंत्री और भाजपा नेत्री सीमा त्रिखा ने अटल जी के विचारों और उनकी नीतियों पर विचार-विमर्श किया।
उनके अतिरिक्त कार्यक्रम में अशोक गोयल,दादर जिला उपाध्यक्ष वजीर सिंह,भाजपा जिला सचिव मुकेश अग्रवाल,मंडल अध्यक्ष नीरज मित्तल,मंडल अध्यक्ष सचिन शर्मा,मंडल अध्यक्ष कुलदीप सिंह साहनी,गायासी राम,पुनीता झा,प्रवीण चौधरी,गौरव चौहान,जाजू ठाकुर सहित अन्य गणमान्य जन उपस्थित थें। दोनों आयोजनों में अटल बिहारी वाजपेयी के विचारों को स्मरण करते हुए उनकी नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया गया।”सुशासन दिवस”के माध्यम से उनकी सोच को प्रेरणा मानकर भारत को प्रगति के नए शिखरों तक ले जाने की प्रतिबद्धता दोहराई गई।