फरीदाबाद से बी.आर.मुराद की रिपोर्ट
फरीदाबाद:हरियाणा सरकार में विरासत एवं पर्यटन मंत्री डॉ.अरविंद शर्मा ने कहा कि 38 वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड शिल्प मेला आगामी 7 से 23 फरवरी तक फरीदाबाद में और अधिक आकर्षक रूप से मनाया जाएगा। इस वर्ष यह मेला महाकुंभ की तर्ज पर शिल्प महाकुंभ के रूप में मनेगा,जिसमें विश्व भर के शिल्पकार अपनी रचनात्मक कार्य शैली का प्रदर्शन मेले में करेंगे। अंतरराष्ट्रीय मेले की तैयारियों को लेकर पर्यटन मंत्री डा.अरविंद शर्मा ने सोमवार को सूरजकुंड स्थित राजहंस होटल के सभागार में हरियाणा पर्यटन निगम व जिला के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करते हुए मेले की तैयारियों की समीक्षा की। इस अवसर पर खाद्य एवं पूर्ति मंत्री राजेश नागर भी साथ रहे। उन्होंने सूरजकुंड मेला परिसर का दौरा कर की गई व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। हरियाणा पर्यटन निगम की प्रधान सचिव कला रामचंद्रन ने मंत्रीगण का स्वागत किया।
हरियाणा सरकार में पर्यटन मंत्री डा.अरविंद शर्मा ने कहा कि हरियाणा की धरा अपनी सांस्कृतिक व ऐतिहासिक विरासत को सहेजे है। हरियाणवी संस्कृति की पहचान दुनिया में कायम करवाने के साथ ही शिल्पकारों के लिए एक उचित सम्मानजनक मंच देने की शुरुआत 1987 से सूरजकुंड में शिल्प मेले के रूप में शुरू हुई,जोकि विश्व स्तर पर अपनी अटूट मिसाल कायम कर रहा है। उन्होंने गौरवान्वित होते हुए कहा कि सूरजकुंड की धरा पर लगने वाला यह मेला विश्व का सबसे बड़ा शिल्प मेला है। इस बार यह मेला महाकुंभ की तर्ज पर शिल्प महाकुंभ के रूप में मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय एकता और देश की संस्कृति को और अधिक मजबूत बनाने के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं।
वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी स्वयं सूरजकुंड मेले की तैयारियों पर नजर रख रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा निरंतर इस मेले को भव्य रूप देने के लिए कार्य किया जा रहा है। डा.अरविंद शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि सूरजकुंड मेले को डिजिटल रूप दिया गया है। पहली बार स्टॉल की बुकिंग ऑनलाइन की गई हैं। पूरी पारदर्शिता बनाए रखते हुए सूरजकुंड का यह शिल्प मेला डिजिटल प्लेटफार्म के साथ पर्यटन के क्षेत्र में आमजन के स्वागत के लिए तैयार हो रहा है। मेले से जुड़े हर पहलू की जानकारी सूरजकुंड मेला डॉट कॉम डॉट इन पर उपलब्ध रहेगी।
डा.शर्मा ने बताया कि यह हरियाणा प्रदेश के लिए गौरव की बात है कि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर के मेले के आयोजन की जिम्मेवारी प्रभावी रूप से निभा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस बार 38 वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले में उड़ीसा व मध्यप्रदेश थीम स्टेट हैं और बिम्सटेक बांग्लादेश,भूटान,इंडिया,म्यांमार,नेपाल,श्रीलंका व थाईलैंड राष्ट्र भागीदार हैं और नॉर्थ ईस्ट हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट एसोसिएशन मेले का कल्चरल पार्टनर है,साथ ही दिल्ली मेट्रो टिकटिंग पार्टनर रहेगा। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि हरियाणा प्रदेश में आयोजित हो रहा यह सूरजकुंड मेला पूरे विश्व स्तर पर अपनी विशिष्ट पहचान कायम कर चुका है,ऐसे में हमें पूरी जिम्मेवारी के साथ मेले के सफल आयोजन में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करनी है। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी निर्धारित समयावधि में अपने विभाग से संबंधित सभी व्यापक प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं।
उन्होंने मेला परिसर में साफ-सफाई,सुरक्षा व्यवस्था और मेले तक आने-जाने के लिए परिवहन की पूर्ण व्यवस्था समय रहते सुनिश्चित करने के आदेश भी दिए। केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को मेला उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया गया। हरियाणा के पर्यटन मंत्री डॉ.अरविंद शर्मा ने बताया कि विश्व स्तरीय शिल्पकार मेले के शुभारम्भ के लिए भारत सरकार में पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को आमंत्रित किया गया है,वहीं मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी उद्घाटन समारोह में विशिष्ट तौर पर रहेंगे। समापन समारोह के लिए केंद्रीय विदेश मंत्री एस.जयशंकर को मुख्यातिथि के लिए आमंत्रण भेजा गया है।
उन्होंने बताया कि 7 से 23 फरवरी तक चलने वाले मेले में देश के अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्रियों सहित विदेशी मंत्रालय से भी विशिष्ट जनों का आगमन रहेगा और रोजाना लाखों पर्यटक शिल्पकारों की प्रतिभा को देखने के लिए सूरजकुंड पहुंचेंगे। इस अवसर पर डीसी विक्रम सिंह,पुलिस आयुक्त सतेंद्र कुमार गुप्ता,हरियाणा पर्यटन निगम के एमडी सुनील कुमार,डीसीपी हेडक्वार्टर अभिषेक जोरवाल,डीसीपी जसलीन कौर,डीसीपी कुलदीप सिंह,एसडीएम अमित मान,मयंक भारद्वाज,सीटीएम अंकित कुमार,पर्यटन निगम की ओर से मेला प्रबंधक यू.एस.भारद्वाज व एजीएम हरविंद्र यादव सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण मौजूद रहे।