टीम आईबीएन न्यूज
वाराणसी। आज काशी के लावारिस लाशों के मसीहा जिनका कोई नहीं होता है नित्यानंद तिवारी होते हैं राजकली ट्रस्ट के माध्यम लावारिस लाशों का दाह संस्कार करते हैं।
उनका कहना है कि जीवन में यह सबसे बड़ा पुण्य कार्य है किसी का सही समय पर दाह संस्कार हो जाए इसी कड़ी में वह अपनी माता को भी याद करते हुए सभी लावारिस लाशों का दाह संस्कार कराने का आज संकल्प लिया है यह वह स्वयं से कराते चले आ रहे हैं इसी बीच कल हरिश्चंद घाट पर उपस्थित रहने के द्वारान उनका का मानना है कि यह लावारिस लाश मुझे आशीर्वाद प्रदान करती हैं और मैं उन्हीं के द्वारा आगे बढ़ता हूं ।
आगे इस तरह की प्रतिज्ञा जीवन प्रयंत चलती रहेगी जब तक मेरा जीवन रहेगा लावारिस लाशों के दाह संस्कार में हमेशा समर्पित रहेगा।