फरीदाबाद से बी.आर. मुराद की रिपोर्ट
फरीदाबाद: तिगांव विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक ललित नागर के छोटे भाई स्व. महेश नागर को श्रद्धांजलि देने के लिए हजारों लोग पंजाबी भवन, सेक्टर-16 में एकत्रित हुए। केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने इस अवसर पर कहा कि जीवन और मृत्यु प्रकृति का अटल नियम है, लेकिन कुछ पुण्य आत्माएं अपने सत्कर्मों और समाजसेवा के कारण सदैव लोगों के दिलों में जीवित रहती हैं। स्व. महेश नागर भी ऐसे ही नेकदिल और समाजसेवी व्यक्तित्व थे, जिन्होंने अपना संपूर्ण जीवन समाज की सेवा में समर्पित कर दिया।
परमात्मा से दुख सहने की शक्ति देने की प्रार्थना – केंद्रीय मंत्री
गुर्जर ने भावुक होते हुए कहा कि महेश नागर का असमय निधन दुखदायी है, विशेषकर नागर परिवार के लिए यह अपूरणीय क्षति है। उन्होंने परमात्मा से प्रार्थना की कि नागर परिवार को इस कठिन समय में संबल प्रदान करें। उन्होंने कहा, “जिसकी जितनी सांसें लिखी होती हैं, वह उतना ही जीवन जीता है। हम सब यहां एकत्रित होकर दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि देने आए हैं। भगवान उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें।”
“महेश नागर मेरी ताकत थे” – पूर्व विधायक ललित नागर
श्रद्धांजलि सभा में पहुंचे गणमान्य अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए पूर्व विधायक ललित नागर ने कहा कि उनके भाई महेश नागर उनकी ताकत थे। उनका अचानक चला जाना परिवार के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है। उन्होंने कहा कि महेश नागर के आदर्शों पर चलते हुए वे समाजसेवा के कार्यों को निरंतर जारी रखेंगे।
राजनीतिक और सामाजिक जगत की अहम हस्तियों ने दी श्रद्धांजलि
इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी ललित नागर को फोन कर शोक संवेदना व्यक्त की। सभा में उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्तियों में शामिल थे:
🔹 पूर्व सांसद कमांडो कमल किशोर
🔹 विधायक प्रशांत चौधरी, बदरपुर विधायक राम सिंह नेता
🔹 पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पूर्व राजनीतिक सचिव अजय गौड़
🔹 पूर्व मुख्य संसदीय सचिव शारदा राठौर
🔹 पूर्व विधायक सतबीर चौधरी, नरेंद्र गुप्ता, नगेंद्र भड़ाना, अतर सिंह भड़ाना
🔹 परफेक्ट ग्रुप के चेयरमैन एच.के. बत्रा, उद्योगपति आर.एस. गांधी
🔹 भाजपा जिलाध्यक्ष राज कुमार वोहरा, कांग्रेसी नेता सत्यवीर डागर, बलजीत कौशिक
🔹 भाजयुमो अध्यक्ष शोभित अरोड़ा, कौशल बाठला, राजेश तंवर, योगेश ढींगड़ा
इसके अलावा हजारों लोगों ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और नम आंखों से स्व. महेश नागर को अंतिम विदाई दी।