कीर्तन व लंगर का भी आयोजन किया गया
मीरजापुर। गुरु नानक देव जी को समाज में फैली अज्ञानता को दूर कर ज्ञान का प्रकाश फैलाने वाला माना जाता है। उन्होंने जीवनभर एकता, प्रेम और भाईचारे का संदेश दिया।
इस साल 20 नवंबर, बुधवार को गुरु नानक देव जी महाराज का 555वां प्रकाश गुरु पूरब मनाया गया है।जिसे प्रकाश पर्व के नाम से भी जाना जाता है। यह पर्व सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी के योगदान और उनके उपदेशों को सम्मानित करने का दिन है।
सरदार ईश्वर सिंह ने बताया कि गुरु नानक देव जी के आदर्शों और शिक्षाओं के कारण, लाखों लोग उन्हें अपना मार्गदर्शक मानते हैं। उनकी शिक्षाओं में सार्वभौमिकता, भाईचारे, और एकता का संदेश है।
गुरु नानक देव जी के 555वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में, 20 नवंबर को अहरौरा क्षेत्र के टिकरा खरंजा में स्थित गुरुद्वारा में भव्य कीर्तन व लंगर का आयोजन किया गया।
इस दिन श्रद्धालु गुरु नानक देव जी के आदर्शों और शिक्षाओं का प्रसार करते हुए गुरुद्वारा में कीर्तन करते हैं।
श्रद्धालु गुरु ग्रंथ साहिब के पाठ में शामिल होते हैं और विशेष अरदास करते हैं। गुरुद्वारों में लंगर का आयोजन भी होता है, जिसमें सभी लोगों को नि:शुल्क खाना प्रदान किया जाता है। इस दिन का महत्व समाज में एकता और प्रेम को बढ़ावा देने के लिए है।
इस शुभ अवसर पर सरदार सतपाल सिंह अमोलक सिंह संतोष सिंह जगत सिंह जसवीर सिंह ईश्वर सिंह कमल सिंह इंद्रजीत सिंह जीत सिंह सुरजन सिंह सहित सैकड़ो सिख समुदाय के लोग मौजूद रहे।