फरीदाबाद से बी.आर.मुराद की रिपोर्ट
फरीदाबाद:रमजान मुबारक के आखिरी अशरे में मस्जिदों में तरावीह में कलाम पाक को पूरा मुक्कमल होने का दौर शुरू हो चुका है। बीते दिन जामा मस्जिद ऊंचा गांव में तरावीह की नमाज में कलाम पाक मुक्कमल हुआ। इस मौके पर बड़े-बड़े उलेमाओं ने भाग लिया। मौलाना अशरफ, मौलाना जमालुद्दीन ने खिताब किया और आखिरी में दुआ ए खेर हुई। ऊंचा गांव मस्जिद में हाफिज मोहम्मद साबिर ने तरावीह में कलाम पाक की तिलावत मुक्कमल किया।
नमाज पूरी होने के बाद जिला अध्यक्ष जमीअत उलेमा फरीदाबाद मौलाना जमालुद्दीन ने लोगों को खिताब किया। बताया रमजानुल मुबारक के आखिरी अशरे यानी अंतिम दस दिन की ताक रातों में अल्लाह पाक ने शबे कद्र रखी है रब्बे कायनात ने इस शबे कद्र को इबादत एक हजार महीनों की इबादत से भी बेहतर करार दी है,यानी हमें इस रात इबादत करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि तरावीह चांद देखकर शुरू होती है और शव्वाल यानी ईद का चांद देखकर ही खत्म होती है। ईदगाह सेक्टर-6 के इमाम मौलाना आबिद खान नदवी ने सभी से घरों में मुक्कमल तौर पर दीन की बातों पर अमल करने की अपील की। बच्चों को डॉक्टर, इंजीनियर,जज,आईएएस,बनाने के साथ ही दीन की तालीम देने की जरूरत बयान की।
दिल्ली वाली मस्जिद बड़खल के इमाम मौलाना अशरफ अली ने हज और उमरह के दौरान की जाने वाली दुआओं के बारे में तफ्तीश से जानकारी दी। इसके बाद दुआ ए खैर की गई। मौलाना अशरफ अली ने मुल्क में अमन चैन भाईचारा,प्यार और इत्तेहाद की खास दुआ की। दुआ के बाद सभी हाफिजों को नजराना व इनाम से नवाजा गया।
इस मौके पर मौलाना सहीमुद्दीन,मौलाना इमामुल हसन,मौलाना अब्दुल रहमान,हाफिज अब्दुल वाहिद, हाफिज शहद अहमद,हाजी सुलेमान,हाजी यासीन,हाजी कम्मन,हाजी भोले खान,हाजी जानू,डा.वसीम खान,ऊंचा गांव मस्जिद के सदर शेर खान मोहम्मद,हसीन जेई,अब्बास खान,मोहम्मद इकबाल,बाबूखान, यासीन मलिक,हाजी सरदार खान बड़खल,शमीम कुरैशी,आस मोहम्मद,अरशद खान,मैनेजर शौकत अब्बासी ईदगाह,जावेद खान,हाफिज मोहम्मद फरमान और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।