फरीदाबाद से बी.आर.मुराद की रिपोर्ट
फरीदाबाद:रिवाजपुर में प्रस्तावित कूड़ा घर के विरोध में ग्रामवासी लगातार शांतिपूवर्क धरने पर बैठे हुए हैं। 13 मई 2023 को प्रशासन और आंदोलनकारियों के बीच एक समन्वय बैठक का आयोजन हुआ था जिसमें दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी बात रखी थी। ग्रामवासियों का आरोप है कि किसी मीडिया स्त्रोत द्वारा एक अफवाह फैलाई गई की ग्रामवासी सरकार के दिए गए आश्वासन से संतुष्ट हो गए हैं और कूड़ाघर बनने के लिए राजी हो गए हैं। रिवाजपुर सोशल वेलफेयर समिति के अध्यक्ष नाहर सिंह चौहान व सेव फरीदाबाद संस्था के अध्यक्ष पारस भारद्वाज ने एक प्रमुख अखबार को इस अफवाह का जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि यह केवल आंदोलन को कमजोर करने की साजिश के तहत किया गया है। और यदि उस अखबार की ऐसी कोई मंशा नहीं है और त्रुटिवश ऐसा हुआ है तो अखबार के सम्पादकों को इस गलती की माफी मांगते हुए गलत खबर का लिखित में खंडन करना चाहिए।
पारस भारद्वाज ने कहा कि कोई भी इस गलतफहमी में ना रहे कि षड्यंत्रों से यह आंदोलन कमजोर किया जा सकता है। यह जनता का आंदोलन है और क्षेत्र की जनता स्वयं इसका नेतृत्व कर रही है। इलाके के कुछ मौजिज लोगों को जनता ने अपना प्रतिनिधि बना कर प्रशासन से बातचीत करके कोई हल निकालने के लिए भेजा जरूर था पर इस बैठक में कोई भी अंतिम निर्णय नहीं लिया गया था। इसके चलते रिवाजपुर में 14 मई 2023 को एक सामूहिक पंचायत भी की गई थी। जिसमें आसपास के 16 गांवों से हजारों लोगों ने उपस्थिति दर्ज कराई थी। इस पंचायत में सरकार का पक्ष अक्ष्यक्ष जनता के सामने रख दिया गया था।
जनता के मन में यदि कोई भ्रान्ति है तो उसको भी दूर करने का काम किया गया था। जिसमें जनता ने सरकार के प्रस्ताव को प्रलोभन बताते हुए सिरे से नकार दिया। रिवाजपुर निवासी नाहर सिंह चौहान और माला चौहान ने स्पष्ट किया कि अपने गांव में वह कूड़ा घर किसी कीमत पर नहीं बनने देंगे। पर वह सरकार के साथ सहयोग करके कूड़ाघर के लिए कोई वैकल्पिक जमीन ढूंढने के प्रयास में लगातार लगे हुए हैं। समिति के सदस्यों को पूर्ण विश्वास है कोई समाधान शांतिपूर्ण तरीके से अवश्य निकलेगा जिससे कि उनके गांव में कूड़ा घर भी ना बने और सरकार की कूड़ा निस्तारण की समस्या का भी हल निकल जाए। यदि ऐसा नहीं होता है तो वह और बड़े संघर्ष के लिए तैयार हैं।
निगम अधिकारियों के साथ अगली वार्तालाप बैठक 19 मई 2023 को अनुमानित है।