अइसन मनोहर मंगल मूरत सुहावन सुंदर सूरत हो, ये राजाजी ये राजाजी… ये करे ता रहलबा जरूरत मुहूरत खूबसूरत हो
भए प्रगट कृपाला दीन दयाला कौशल्या हित कारी
मीरजापुर। अहरौरा नगर के सत्यानगंज मोहल्ले में स्थित राधा कृष्ण मंदिर परिसर में आयोजित नौ दिवसीय श्री राम कथा के तृतीय दिवस कथावाचक आचार्य शांतनु जी महाराज ने प्रभु श्रीराम चन्द्र जी का जन्मोत्सव व नारद मोह की लीला का वर्णन किया गया। भगवान श्री राम के जन्मोत्सव के बाद श्रीराम भक्तों ने जय श्री राम के लगाए जयकारे जयघोष से कथा पंडाल गूज उठा।
शान्तनु महाराज जी ने जब राम जन्म की कथा सुनाई तो श्रोता भाव विभोर हो गए। उन्होंने कहा कि जब अयोध्या में भगवान राम का जन्म होने वाला था, तब समस्त अयोध्या नगरी में शुभ शकुन होने लगे। भगवान राम का जन्म होने पर अयोध्या नगरी में खुशी का माहौल हो गया। चारों ओर मंगल गान होने लगे। उन्होंने कहा कि भगवान राम ने भी पृथ्वी लोक पर आकर धर्म की स्थापना की। कथा वाचक ने कहा कि आज का व्यक्ति ईश्वर की सत्ता को मानने से भले ही इंकार कर दे, लेकिन एक न एक दिन उसे ईश्वर की महत्ता को स्वीकार करना ही पड़ता है। संसार में जितने भी असुर उत्पन्न हुए सभी ने ईश्वर के अस्तित्व को नकार दिया और स्वंय भगवान बनने का ढोंग करने लगे, लेकिन जब ईश्वर ने अपनी सत्ता की एक झलक दिखाई तो सभी का अस्तित्व धरा से ही समाप्त हो गया। अधर्म के मार्ग पर चलने वाला व्यक्ति कितना ही शक्तिशाली क्यों न हो लेकिन धर्म के मार्ग पर चलने वाले के आगे अधिक समय तक नहीं टिक सकता।
उसी दौरान जब महाराज जी के श्रीराम जन्म के खुसी में सोहर गीत, अइसन मनोहर मंगल मूरत सुहावन सुंदर सूरत हो, ये राजाजी ये करे ता रहलबा जरूरत मुहूरत खूबसूरत हो, पर सोहर गीत गाते ही सभी महिला पुरूष भक्तों ने झूमने लगे। इस दौरान रामायणयम समिति के राजकुमार अग्रहरि, सुरेश जायसवाल, अशोक अग्रहरि, कमलेश केशरी, हनुमान दास जायसवाल, अजय गुप्ता, संजय मौर्या, सिद्धार्थ अग्रहरि, विजय अग्रहरि, दिनेश मोदनवाल और अध्यक्ष दिग्विजय सिंह, महामंत्री जितेंद्र अग्रहरि, ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह, शिवदर्शन सिंह, डॉ. शरद चन्द्र श्रीवास्तव, रिंकू श्रीवास्तव, अमन कक्कड़, शिखर सिंह, अभय प्रताप सिंह, त्रिलोकी केशरी, संदीप पांडेय, रिंकू मोदनवाल, बादल पाण्डेय, उदय अग्रहरि के साथ सैकड़ो रामभक्त रहे।