बीगोद– मंगलवार को कस्बे में महिलाओं ने गोपाष्टमी पर्व पर गाय व बछड़े की पूजा अर्चना कर परिवार की सुख समृद्धि की कामना की। ग्रामीण किसान व महिलाओं ने गाय बछड़े को स्नान कराकर, श्रृंगार कर सजाया ,उसके शरीर पर कलर के छापे लगाकर, सींग को पीले और लाल कलर लगाकर सजाया फूल माला पहनायी।
उसके बाद अलसुबह महिलाएं सज धज कर समूह मे गाय व बछड़े को हल्दी ,रोली तिलक कर, लच्छा, अक्षत, दूध, दही, फल, शुद जल,, मैहदी, मिठाई अपिर्त कर, चुनर, वस्त्र ओढाकर, श्रृंगार कर, गले में गंटी बाधकर धूप, दीप कर ,गौमाता के चरण स्पर्श कर, पैरों रज(मिट्रटी) को माथे मे लगाकर गाय की परिक्रमा लगाकर परिवार की सुख समृद्धि की कामना। गोपाष्टमी की कथा सुन कृष्ण भगवान का भजन कीर्तन किया। इस दौरान गौशाला में गुड, हरा चारा, लापसी, मिठाई, फल, चोकर, आटे के लड्डू खिलाये।
गोपाष्टमी पर्व पूज्य गौ माता को कृष्ण भगवान पहली बार गायों को चराने गये इसलिए गोपाष्टमी पर्व मनाया जाता है। गोपाष्टमी पर पुराने चारभुजा मंदिर में चारभुजा नाथ का अभिषेक कर पौशाक धरायी व आरती कर महिलाओं ने भजन कीर्तन व नृत्य किया। (फोटो कैप्शन –
1- महिलाएं गौपाअष्ठमी पर गाय बछड़े की पूजा अर्चना करती
2- गोपाष्टमी पर श्रृगारित चारभुजा नाथ)
फोटो–प्रमोद कुमार गर्ग