प्रभारी सचिव तथा जिला कलक्टर ने फाउंडेशन फॉर इकोलॉजिकल सिक्योरिटी के कार्यक्षेत्र मांडलगढ़ में गांव स्वरूपपुरा का विजिट भी किया। उन्होंने प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण के लिए जल संरक्षण कार्य, एनीकट आदि के बारे में गांव वालो से चर्चा की।
उन्होंने जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए वर्मी कंपोस्ट बेड से केंचुआ खाद बनाने वाले किसान से चर्चा की और उनका उत्साहवर्धन किया।
उन्होंने स्वरूपपुरा में ग्रामीणों को चारागाह का विकास करने के लिए और पौधारोपण करने के लिए प्रोत्साहित किया। स्थानीय ग्रामीणों ने प्रभारी सचिव को जनसूचना पोर्टल, ई-धरा एप सहित मनरेगा के कार्यों में उपयोगी एप तथा अन्य ऐप चलाकर दिखाए जिस पर उन्होंने एफईएस पूरी टीम की सराहना की।
उन्होंने मनरेगा के माध्यम से चारागाह के विकास कार्य को भी गांव के लिए उपयोगी और जरूरी बताया। उन्होंने ग्रामीणों को ज्यादा से ज्यादा चारागाहों को सुरक्षित रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
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