गर्मी में पेयजल व सिंचाई की समस्या न हो, इसके लिए मंडलायुक्त की अध्यक्षता में बैठक आयोजित
मीरजापुर। गर्मी के दौरान मीरजापुर और सोनभद्र में पेयजल और सिंचाई की समस्या को दूर करने के लिए मंडलायुक्त विन्ध्याचल मंडल बालकृष्ण त्रिपाठी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी मीरजापुर प्रियंका निरंजन, जिलाधिकारी सोनभद्र बी.एन. सिंह, मुख्य विकास अधिकारी सोनभद्र जागृति अवस्थी और सिंचाई, नहर व विद्युत विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक में चर्चा हुई कि गर्मियों में पहाड़ी क्षेत्रों में जल स्तर नीचे चला जाता है, जिससे सिंचाई और पेयजल संकट गहरा जाता है। इसे ध्यान में रखते हुए सोन पम्प कैनाल के जरिए मीरजापुर और सोनभद्र के डोगिंया और अहरौरा जलाशय को भरने की योजना बनाई गई।
जलाशयों में पानी आपूर्ति के लिए 4 पम्प संचालित होंगे
बैठक में सोन पम्प कैनाल पर 5 में से 4 पम्पों को चलाने पर सहमति बनी, जबकि एक पम्प को रिजर्व में रखा जाएगा। इससे पानी घाघर नदी होते हुए डोगिंया और अहरौरा डैम तक पहुंचाया जाएगा।
डोगिंया और अहरौरा जलाशयों की जल उपलब्धता
डोगिंया जलाशय की कुल क्षमता – 28 एमसीएम (मिलियन क्यूबिक मीटर)
वर्तमान जल उपलब्धता – 12 एमसीएम
अहरौरा जलाशय की कुल क्षमता – 60 एमसीएम
वर्तमान जल उपलब्धता – 06 एमसीएम
जिलाधिकारी मीरजापुर ने जलाशयों के लिए 300 क्यूसेक्स पानी की मांग भेजी है। बैठक में यह भी तय किया गया कि मार्च और अप्रैल में ही पम्पों को चालू कर जलाशयों को भरने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
सिंचाई और पेयजल आपूर्ति के लिए पुख्ता इंतजाम
मंडलायुक्त ने नहर विभाग को निर्देश दिया कि वे नहरों का लगातार निरीक्षण करें ताकि कहीं भी लीकेज या अवैध कटान न हो। जिलाधिकारी सोनभद्र ने आश्वासन दिया कि संकट की स्थिति में भी 4 पम्पों को चलाकर दोनों जिलों में जरूरत के अनुसार पानी की आपूर्ति की जाएगी।