ब्यूरो रिपोर्ट विकाश चन्द्र अग्रहरी IBN NEWS मिर्ज़ापुर
मीरजापुर। अहरौरा, नगर के चौक बाजार में स्थित शंकर जी के मंदिर पर रविवार की रात बाली सुग्रीव युद्ध, लंका दहन की लीला का मंचन किया गया। कलाकारों ने श्री बाल राम लीला में दिखाया कि जामवंत जी हनुमान जी को उनका बल याद दिलाते हैं। मार्ग में अनेक बाधाओं को पार कर वे लंका पहुंच जाते है। इस दौरान हनुमान जी ने सुरसा नामक राक्षसी का वध करते हैं। इसके बाद वहां उनकी भेंट विभिषण से होती है।
वह उन्हें सीता जी के अशोक वाटिका में होने की जानकारी देते हैं। इस बीच रावण-सीता में तीखा संवाद होता है। उसके पश्चात हनुमान जी वाटिका में पहुंचकर सीता जी को परिचय देते हैं। हनुमान जी माली और अक्षय कुमार को मार देते हैं। इसके बाद मेघनाद द्वारा हनुमान जी को ब्रह्मफास में बांध देते हैं।
इसके बाद उन्हें रावण के दरबार में लाया जाता है। रावण हनुमान की पूंछ में आग लगवा देता है। वे अपनी पूंछ से पूरी लंका को जला देते हैं। समुद्र में पूछ की लगी आग को बुझाने के बाद सीता जी से अनुमति और चूड़ामणि लेकर श्री राम के पास लौट जाते हैं। वीर बजरंग बली के जय घोष से पूरा प्रांगण गूंज उठा।इस मौके अध्यक्ष कुमार आनंद, बृजेश कुमार, कामेश्वर, पुण्य, विकास,कन्हैया,सतीश,अभिषेक,धीरज, रवींद्र नाथ,शिरीष चंद्र,विशाल,रोशन, सहित अन्य लीला प्रेमी उपस्थित रहे।