टीम आईबीएन न्यूज़
राकेश की रिपोर्ट
गाजीपुर:जनहित के काम के बदले घूस मागने वाले दो सरकारी कर्मचारियों को एनटी करप्शन व सतर्कता अधिष्ठान की टीमो ने जिले के अलग अलग इलाको से नकद घूस लेते गिरफ्तार किया है
पहली घटना मे जन्म प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर पांच हजार रुपये घूस लेते हुए मरदह विकास खंड के एडीओ पंचायत को सतक्ता अधिष्ठान वाराणसी के टीम ने रंगेहाथ दबोच लिया। कार्रवाई से विकास खंड मरदह कार्यालय में हड़कम्प मच गया। सभी कर्मचारी सकते में आ गये। आनन-फानन में टीम के लोग आरोपित एडीओ पंचायत को लेकर वाराणसी सिथत अपने कार्यालय चले गये, जहां मुकदमे से सम्बंधित कागजातों की खानापूर्ति शुरु कर दी गई है।
मरदह क्षेत्र के ही रहने वाले पप्पू पासवान से उसके भतीजे के जन्म प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर एडीओ पंचायत कौशल किशोर सिंह ने पांच हजार रुपये रिश्वत की डिमांड की थी। काफी अनुनय-विनय करने के बाद भी एडीओ पंचायत रिश्वत लिये बिना जन्म प्रमाण पत्र बनाने को तैयार नहीं हुआ। ऐसे में पप्पू पासवान ने इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक उत्तर प्रदेश सर्तकता अधिष्ठान वाराणसी सेक्टर में की। मामले को गम्भीरता से लेते हुए एसपी सर्तकता अधिष्ठान के निर्देश पर विभागीय लोगों ने जांच पड़ताल की। जांच में आरोप सही पाया गया। ऐसे में शुक्रवार को टीम के लोगों ने मरदह विकास खंड कार्यालय पर अपनी नजर गड़ाई। इस दौरान रिश्वत के पांच हजार रुपये लेते वक्त टीम के लोगों ने एडीओ पंचायत कौशल किशोर सिंह को रंगेहाथ दबोच लिया।
दूसरी घटना मे सुहवल क्षेत्र के अन्हारीपुर गांव निवासी कमलेश पाल पुत्र प्रेमसागर ने थाना एंटी करप्शन मंडल वाराणसी में शुक्रवार को शिकायत दर्ज कराई थी कि जमानियां तहसील में तैनात उनके हलके का लेखपाल प्रभाकर पाण्डेय पुत्र स्व. सर्वदेव पाण्डेय निवासी शिवपुर थाना शिवपुर जिला वाराणसी जमीन दाखिल खारिज के कागजात पर रिपोर्ट लगाने के नाम पर उससे 10 हजार रुपये घूस की डिमांड कर रहा है।
शिकायत मिलने के बाद एंटी करप्शन टीम के निरीक्षक सूर्यप्रताप सिंह, नीरज सिंह, राजेश यादव, मैनेजर सिंह, मुख्य आरक्षी शैलेन्द्र कुमार राय, विनोद कुमार, कांस्टेबल अजीत सिंह, आशीष शुक्ला, अश्वनी पाण्डेय जांच के लिए मौके पर पहुंचे।
दिलदारनगर स्टेशन के समीप स्थित एक चाय की दुकान पर लेखपाल ने शिकायतकर्ता को बुलाया और वहां जैसे ही वह घूस के 10 हजार रुपयों को अपने हाथ में थामा एंटी करप्शन की टीम ने उसे रंगेहाथ पकड़ लिया। टीम के चंगुल से निकलने के लिए आरोपित लेखपाल चिखता-चिल्लाता रहा। इस दौरान मौके पर काफी भीड़ जुट गई। टीम के लोग आनन-फानन में आरोपित लेखपाल को अपने सरकारी वाहन में बैठा लिये और उसे लेकर सुहवल थाने पर पहुंचे, जहां उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। पूर्व में भी एंटी करप्शन वाराणसी की टीम ने जिले में एक सिपाही समेत दो लेखपालों को घूस लेते रंगेहाथ दबोचा था।
एंटी करप्शन टीम की लगातार चल रही कार्रवाई से सभी विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों में खलबली मची हुई है।