टीम आईबीएन न्यूज़
ब्युरो रिपोर्ट
गाज़ीपुर, भारत की पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी की 107 वीं जयंती पर आज रोडवेज परिसर में जिला कांग्रेस और शहर कांग्रेस द्वारा संयुक्त रूप से पुष्पांजलि एवं गोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया, इस दौरान जिलाध्यक्ष सुनील राम, शहर अध्यक्ष संदीप विश्वकर्मा सहित कई कांग्रेसी नेता पुष्पांजलि कार्यक्रम और गोष्ठी में मौजूद रहे।
इस दौरान जिलाध्यक्ष सुनील राम ने कहा कि इंदिरा गांधी ने इतिहास ही नहीं बल्कि पाकिस्तान का भूगोल भी बदल कर उसे दो टुकड़ों में बांट दिया था, उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी जी के सिद्धांतों से हमें सीख मिलती है, उनका जीवन हमें विरासत के रूप में मिला है,वे एक अजीम शख्यियत थीं और उनके भीतर गजब की राजनीतिक दूरदर्शिता थी।
लेकिन 1966 से 1977 और 1980 से 1984 के दौरान प्रधानमंत्री रहीं इंदिरा ने अपने साहसी फैसलों के कारण साबित कर दिया कि वे एक बुलंद शख्यिसत की मालिक हैं।
वहीं पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह ने स्व प्रधानमंत्री को याद करते हुए कहा कि जब वे लंदन के ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में पढ़ रही थीं तो वहां आजादी समर्थक ‘इंडिया लीग’ की सदस्य बनीं। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को राजनीति विरासत में मिली थी और ऐसे में सियासी उतार-चढ़ाव को वे बखूबी समझती थीं।
यही वजह रही कि उनके सामने न सिर्फ देश, बल्कि विदेश के नेता भी उन्नीस नजर आने लगते थे। जनता की नब्ज समझने की उनमें विलक्षण क्षमता थी। हमारे नेता राहुल गांधी जी भी उन्हीं के बताए पदचिन्हों पर चलकर देश के अंतिम व्यक्ति की लड़ाई लड़ रहे हैं।
वहीं पूर्व विधायक अमिताभ अनिल दुबे ने उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि इंदिरा गांधी एक महान नेता थी, जिन्होंने इतिहास नहीं बल्कि उप महाद्वीप का भूगोल भी बदल दिया था, पाकिस्तान के दो टुकड़े हो गए और 90 हजार से ज्यादा पाकिस्तानी सैनिकों को बंदी बनाया गया, जिसे हमेशा याद किया जाएगा।
वहीं शहर अध्यक्ष संदीप विश्वकर्मा ने इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि श्रीमती गांधी के फैसलों को दुनिया सलाम करती है, जिस प्रकार से पाकिस्तान के दो टुकड़े हुए, दुनिया के इतिहास में कभी भी इस प्रकार से किसी मुल्क के टुकड़े नहीं हुए, उन्होंने गरीबी हटाओं का नारा दिया, भारत को परमाणु संपन्न देश बनाया, आज दुर्भाग्य है कि वर्तमान में सत्ता में बैठे लोगों को इंदिरा गांधी की विरासत को याद करने में शर्म आती है, बल्कि आज हम सबको उनके किए गए कार्यों पर गर्व होना चाहिए।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से एआईसीसी सदस्य रविकांत राय पूर्व जिला अध्यक्ष डॉ मार्कंडेय सिंह पीसीसी सदस्य जनक कुशवाहा वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय सिंह पीसीसी सदस्य अजय कुमार श्रीवास्तव ज्ञान प्रकाश सिंह मुन्ना प्रमिला देवी सुमन चौबे महबूब निशा आशुतोष गुप्ता एवं चंद्रिका सिंह राजीव सिंह राम नगीना पांडे हामिद अली अयूब अजय चंद अखिलेश्वर प्रसाद सिंह मनीष राय आदिल अख्तर संगीता राजभर नंदलाल स्वामी शंभू कुशवाहा गयासुद्दीन लाल मोहम्मद खर्चू करुणा निधि राय राजेंद्र भारती रतन तिवारी रईस अहमद दीपक सिंह कुंदन खरवार ओम प्रकाश यादव गुलवास यादव मोहम्मद अयूब जल अब्बासी बृजेश कुमार अखिलेश यादव मोहम्मद राशिद अजय चंद्र चौबे अनुराग पांडे देवेंद्र कुमार सिंह सदानंद गुप्ता अखिलेश यादव गुलवास यादव विजय शंकर पांडे इस्लाम मास्टर अनुराग पांडे आशुतोष श्रीवास्तव आदि लोग उपस्थित रहे।